भवभूति के सााहित्य पर वेदों का प्रभाव एवं शास्त्रीय वैदुष्य

Authors(1) :-डॉ॰ भारती मेहता

महाकवि भवभूति के सााहित्य पर वेदों की प्रतिच्छायारूप बहुधा दृष्टिगोचर होता है। उत्तररामचरित के नान्दी से लेकर मालतीमाधव तथा महावीरचरितादि तक अनेक उदाहरण प्राप्य हैं। भवभूति की पदावलि वेद की शैली से प्रभावित मानी जाती है। इनकी रचनाओं में वैदिक श्रुतिपरम्परा का निदर्शन होता है; जिससे सिद्ध होता है कि श्रोत्रियकुलोत्पन्न भवभूति की रचना वैदिक साहित्य से पूर्णत: प्रभावित है।

Authors and Affiliations

डॉ॰ भारती मेहता
अध्यक्षा, बिहार संस्कृत शिक्षा बोर्ड, पटना, बिहार , भारत

वाक:, ऋत्विज्, मीमांसा, वेद, नाटक, सहृदय, कवि, पदवाक्यप्रमाणज्ञ।

  1. मालतीमाधवम् - चौखम्भा 71, पृ॰ 10-11
  2. उत्तररामचरितम् - साहित्य भण्डार, मेरठ, पृ॰ 13,16
  3. महावीरचरित - चौखम्भा पृ॰ 5
  4. श्रोत्रियंश्छन्दोऽधीते, अष्टाध्यायी 5.2.84
  5. पद्मपुराण। स्वर्गखण्ड। 35
  6. उत्तररामचरितम् - 1.1
  7. अथर्व॰ - 6.25.2
  8. अथर्ववेद - 6.55.1
  9. महावीर॰ - 1.1
  10. मालतीमाधव - पृ॰ 12-13
  11. अथर्व॰ 9.6.4.7-8
  12. उत्तर॰ पृ॰ 285
  13. महावीर॰ 3.2
  14. मालतीमाधव - 1.10
  15. मालतीमाधव - 1.6
  16. मालतीमाधव – 3.11

Publication Details

Published in : Volume 2 | Issue 1 | January-February 2019
Date of Publication : 2019-01-30
License:  This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 270-274
Manuscript Number : SHISRRJ1193323
Publisher : Shauryam Research Institute

ISSN : 2581-6306

Cite This Article :

डॉ॰ भारती मेहता, "भवभूति के सााहित्य पर वेदों का प्रभाव एवं शास्त्रीय वैदुष्य", Shodhshauryam, International Scientific Refereed Research Journal (SHISRRJ), ISSN : 2581-6306, Volume 2, Issue 1, pp.270-274, January-February.2019
URL : https://shisrrj.com/SHISRRJ1193323

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