Manuscript Number : SHISRRJ120399
वैदिक संस्कृति में चिकित्सा विज्ञान
Authors(1) :-डॉ. ज्योति कपूर आधुनिक युग में आयुर्वेद में प्रयोग में आने वाले औषाधीय पादपों का संरक्षण किया जाना भी परम आवश्यक है। वनों के अत्यधिक दोहन, शहरीकरण, औद्योगिकीकरण आदि के कारण कई औषधीय प्रजातियाँ लुप्त प्रायः हो गयी है। अतः इनके संरक्षण हेतु आधुनिक तकनीकों यथा जैव प्रौद्योगिकी, जर्मप्लाज्म संरक्षण एवं जीन बैंक स्थापित करके भी औषधीय पादपों का संरक्षण किया जा सकता है। यदि इसी गति से वृक्ष संपदा को नष्ट किया जाता रहेगा तो वो दिन दूर नहीं जब पृथ्वी से प्राणवायु समाप्त होकर यहाँ जीवन ही समाप्त हो जायेगा।
डॉ. ज्योति कपूर वैदिक, संस्कृति, चिकित्सा, विज्ञान, औषधीय, शहरीकरण, औद्योगिकीकरण। Publication Details Published in : Volume 3 | Issue 5 | September-October 2020 Article Preview
एसोसियेट प्रोफेसर, संस्कृत विभाग, सदनलाल सांवलदास खन्ना महिला महाविद्यालय, प्रयागराज, उत्तर प्रदेश।, भारत।
Date of Publication : 2020-09-30
License: This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 315-318
Manuscript Number : SHISRRJ120399
Publisher : Shauryam Research Institute
URL : https://shisrrj.com/SHISRRJ120399