Manuscript Number : SHISRRJ1221219
समाचार पत्रों का विकास
Authors(1) :-राजीव कुमार मिश्रा वरिष्ठ सम्पादक एवं विद्वान अच्युदानन्द मिश्र का कहना है कि पत्रकारिता पूरी तरह व्यवसाय का रुप धारण कर चुकी है। पहले प्रकाशन समाज के प्रति अपना उत्तरदायित्व न सिर्फ समझते थे बल्कि निभाते भी थे। वर्तमान में स्थिति यह है कि प्रकाशन इसे पूरी तरह लाभ-हानि की तर्ज पर निकल रहे हैं। पाठक और समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी को भी वे नजरअंदाज किये हुए हैं। पिछले एक दशक से पत्रकारिता के क्षेत्र में आयी गिरावट से इसके व्यवसायिक होने की बात पूरी तरह स्पष्ट हो जाती है। पिछले एक दशक से अखबार पाठकों के लिए नहीं, बल्कि विज्ञापनदाताओं के लिए छप रहे हैं। आर्थिक रुप से मजबूत हुए बगैर यह अपने मिशन में कामयाब नहीं हो सकते हैं।
राजीव कुमार मिश्रा समाचार, पत्र, विकास, पत्रकारिता, व्यवसाय, धारण, समाज, विज्ञापन, जनसंचार। Publication Details Published in : Volume 4 | Issue 6 | November-December 2021 Article Preview
शोधार्थी, नेहरू ग्राम भारती मानित, विश्वविद्यालय, प्रयागराज, उत्तर प्रदेश, भारत।
Date of Publication : 2021-11-30
License: This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 193-196
Manuscript Number : SHISRRJ1221219
Publisher : Shauryam Research Institute
URL : https://shisrrj.com/SHISRRJ1221219