Manuscript Number : SHISRRJ192124
बौद्ध संस्कृत कवियों के लोकोपदेश
Authors(1) :-रमेश चन्द्र सालवी बौद्ध संस्कृत कवियों ने अपनी रचनाओं में जहाँ कहीं भी अवकाश मिला है वहाँ पर उन्होंने मानव कल्याणकारी उपदेश यथा-युद्ध विरोधी उपदेश, शिक्षा अध्ययन का महत्व, माहात्माओं के सत्कार का उपदेश, राजधर्म में राजा का दायित्व, शौर्यपुरूषार्थ का महत्त्व, दयाभाव का महत्त्व, साम्यवाद इत्यादि अनेकों उपदेश प्रदान किये हैं, यदि मनुष्य इन उपदेशें में से किसी एक दो उपदेशों को आत्मसाद् करता है तो उसका जीवन निःसन्देह सुखी एवं आनन्दमय हो जाएगा।
रमेश चन्द्र सालवी बौद्ध, राजधर्म, मानवीयमूल्यों, शौर्यपुरूषार्थ, साम्यवाद, शैक्षणिक, लोकोपदेश, विश्रान्ति। Publication Details Published in : Volume 2 | Issue 1 | January-February 2019 Article Preview
शोधच्छात्र, संस्कृतविभाग, मेाहनलाल सुखाडिया विश्वविद्यालय, उदयपुर राजस्थान, भारत
Date of Publication : 2019-01-30
License: This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 139-142
Manuscript Number : SHISRRJ192124
Publisher : Shauryam Research Institute
URL : https://shisrrj.com/SHISRRJ192124