Manuscript Number : SHISRRJ19214
बौद्ध कालीन : काशी, वाराणसी, सारनाथ
Authors(1) :-डॉ. दानपाल सिंह भारत के प्राचीनतम विद्या केन्द्र और महान् सांस्कृतिक नगरी काशी का एक नाम वरुणा और असी नामक नदियों के बीच में बसा होने के कारण वाराणसी भी है। सप्तपुरियों में प्रधान माने जाने वाली काशी में सभी धर्म सम्प्रदायों के लिए समान रूप से स्थान है। शान्तभाव से प्रवाहित होती हुई त्रिताप नाशिनी भागीरथी के तट पर स्थित तीनों लोकों से न्यारी काशी अत्यन्त मनोरम एवं नयनाभिराम है।
डॉ. दानपाल सिंह वाराणसी, शान्तभाव, पतंजलि, स्कंद पुराण, पाणिनी, अष्टाध्यायी। Publication Details Published in : Volume 2 | Issue 1 | January-February 2019 Article Preview
काजीपुरखुर्द, गोरखपुर, उ0प्र0।,भारत
Date of Publication : 2019-01-30
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Page(s) : 147-153
Manuscript Number : SHISRRJ19214
Publisher : Shauryam Research Institute
URL : https://shisrrj.com/SHISRRJ19214