केन्द्र एवं राज्य सरकार की प्रमुख जनकल्याणकारी योजनाओं का ग्रामीण समाज पर प्रभाव

Authors(1) :-डाॅ. कमलकान्त पटेल

दुनिया में आर्थिक विकास के संदर्भ में दो विचारधाराएँ प्रचलित है। पहली विचारधाराऐं विश्व को भारत के संदर्भ में देखना जिसका नेतृत्व नेहरूजी ने किया था जो शहरों में विभाजित करती है। इस संदर्भ में भारत को गांधी जी ने गाँवों में विभाजित करने की विचारधारा रखते थे। विश्व के इतिहास मंे गांधीजी ने राजनीति मूल्य, शांति, समाज, पर्यावरण, अर्थव्यवस्था, आध्यात्मिक आदि क्षेत्रों में काम किया। रचनात्मक कार्यक्रम व्यक्तिगत एवं सामाजिक विकास के साथ-साथ मानव जाति के सम्पूर्ण विकास को समझने की कार्य पद्धति है। भारतीय समाज मे जाति प्रथाा के कारण जो विषमता आ गई थी और कुछ लोग समाज में अवगणना, भेदभाव एवं शोषण जैसी गतिविधियों को बढ़ावा दे रहे थे उन्हें रोकने के लिए गांधीजी ने आदिवासियों को अपने कार्यक्रमों में स्थान दिया। गांधी जी स्पष्ट मानते थे कि आदिवासी प्रकृति के साथ आन्तरिक रूप से जुडे हुए है, वे जल-जंगल-जमीन के संरक्षक है उनकी जीवन शैली प्रकृति के संसर्ग से जुडी हुई है। आदिवासियों की जीवन शैली खान-पान, रहन-सहन, कृषि, आयोग्य, आध्यात्म इत्यादि पहलू इसी प्रकृति के संसाधनों से है। समाज में इन्हें न्यायपूर्ण स्थान मिला हुआ है। समाज की मुख्य धारा में जुडे होने से गाँववासियों की जीवन शैली पर्यावरण की रक्षक है।

Authors and Affiliations

डाॅ. कमलकान्त पटेल
याख्याता (अतिथि), समाजशास्त्र विभाग, मोहनलाल सुखाडिया विश्वविद्यालय, उदयपुर, भारत

जनकल्याणकारी योजनाएंे, सामाजिक असमानता, ग्रामीण जीवन शैली, संस्कृति एवं प्रस्थिति, युवा शक्ति व स्वास्थ्य, आदिवासी समाज के बदलते प्रतिमान, अमीरी-गरीबी, योजनाओं का प्रभाव, ग्रामीण विकास इत्यादि।

  1. चैधरी, एस.एन.(2018) ‘‘ट्राईब्स कास्ट्स एण्ड डवलपमेन्ट’’ रावत पब्लिकेशन, नई दिल्ली।
  2. महाजन धर्मवीर, महाजन कमलेश (2013)‘‘भारतीय समाज के परिपे्रक्ष्य’’ विवेक प्रकाशन, जवाहरनगर, नई दिल्ली।
  3. सैनी, एस.के. ‘‘राजस्थान के आदिवासी (2012)’’ युनिक ट्रेडर्स, 250, चैडा रास्ता, जयपुर।
  4. गुप्ता, मंजु (2011)’’जनजातियों का सामाजिक-आर्थिक उत्थान’’ अर्जुन पब्लिसिंग हाउस, प्रहलाद स्ट्रीट अंसारी रोड, दरियागंज नई दिल्ली।
  5. अमिताभ, पी.के. (2009)‘‘भारतीय सामाजिक व्यवस्था’’ सुमित इन्टरप्राईजेज अंसारी रोड, दरियागंज, नई दिल्ली, 2009ण्
  6. नारिया, राजेन्द्र (2005)‘‘आदिवासी क्षेत्र में नेतृत्व एवं विकास’’ रावत पब्लिशर्स, जयपुर।
  7. कोठारी, हस्तीमल(1990)’’जनजातीय क्षेत्र में गरीबी उन्मूलन’’माणिक्यलाल वर्मा आदिमजाति शोध एवं प्रशिक्षण संस्थान, उदयपुर।
  8. Roat, H.C. (1987) "Tribal settlment system and development" Govt. Minstry of home affairs, New Delhi.
  9. Choudhary, B. (1982) "Tribal development in India" Inter Publication India.

Publication Details

Published in : Volume 2 | Issue 2 | March-April 2019
Date of Publication : 2019-03-30
License:  This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 18-25
Manuscript Number : SHISRRJ192145
Publisher : Shauryam Research Institute

ISSN : 2581-6306

Cite This Article :

डाॅ. कमलकान्त पटेल, "केन्द्र एवं राज्य सरकार की प्रमुख जनकल्याणकारी योजनाओं का ग्रामीण समाज पर प्रभाव", Shodhshauryam, International Scientific Refereed Research Journal (SHISRRJ), ISSN : 2581-6306, Volume 2, Issue 2, pp.18-25, March-April.2019
URL : https://shisrrj.com/SHISRRJ192145

Article Preview