Manuscript Number : SHISRRJ19226
करौली जिले के डांग क्षेत्र में सामाजिक संरचना एवं ग्रामीण विकास का भौगोलिक अध्ययन
Authors(1) :-हरिओम मीणा राजस्थान राज्य के पूर्वी एवं दक्षिण पूर्वी भाग में चम्बल बेसिन के सहारे पेटी के रूप में पठारी व बीहड़ भूमि में फैला भाग है। यह क्षेत्र भौगोलिक विषमताओं, बीहड़ वनों, दस्युओं के आतंक का भाग होने के कारण विकास की दृष्टि से पिछड़े जिलों की श्रेणी में आता है, यह क्षेत्र ’’डाॅंग क्षेत्र’’ के नाम से जाना जाता है। इसके अन्तर्गत सवाई माधोपुर, करौली, भरतपुर, धौलपुर, कोटा, बांरा, बूंदी, झालावाड़ जिलों के गांव सम्मिलित है। इसमें से करौली जिले में आर्थिक विकास के सूचकांक, शिक्षा, रोजगार, सड़क, पानी, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएँ उद्योग आदि के विकास हेतु बुनियादी आधारभूत सुविधाओं के अभाव में अभी मिलों दूर है। डाॅंग क्षेत्र के करौली जिले में व्याप्त समस्याओं का समाधान नहीं होने सामाजिक, आर्थिक, राजनैतिक, रूप से सुदृढ़ नहीं हुआ है।
हरिओम मीणा 1. डाॅ. भल्ला, एल.आर. 2015, राजस्थान का भूगोल, प्रवालिका पब्लिशिंग हाउस, जयपुर Publication Details Published in : Volume 2 | Issue 2 | March-April 2019 Article Preview
शोधार्थी, भूगोल विभाग, यू.सी.एस.एस.एच, मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय, उदयपुर, भारत
2. जनगणना सेन्सन, 2011, भारत सरकार।
3. कार्यालय जिला परिषद, करौली, वार्षिक प्रगति रिपोर्ट 2012-2017।
4. डाॅग विकास मूल्यांकन प्रगति रिपोर्ट, राजस्थान सरकार, वर्ष 2015।
5. बीपीएल सेन्सस, 2002, राजस्थान सरकार, जयपुर।
6. डाॅ. एच.एच. शर्मा एवं एम.एल. शर्मा, 2012, राजस्थान का भूगोल, पंचशील प्रकाशन, जयपुर
Date of Publication : 2019-04-30
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Page(s) : 53-60
Manuscript Number : SHISRRJ19226
Publisher : Shauryam Research Institute
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