आकांक्षास्तर:

Authors(1) :-यज्ञदत शुक्ल

आकांक्षास्तरे समूहस्य प्रभावः अपि पतति। कानिचन् एतादृशानि उदाहरणानि सन्ति यत्र व्यक्तिनाम् आकांक्षास्तरः व्यक्तीनां वास्तविकनिष्पादनेन सामाजिककारकेण सह प्रभावितः भवति। आकाक्षास्तरः विद्यार्थिनां जीवननिर्माणं प्रभावयति। आकाङ्क्षा मानवजीवनस्य एका स्वाभाविकी घटना वर्तते। आकाङ्क्षास्तरेणव्यक्तयः तात्कालिकलक्ष्यस्य संकेतं प्राप्नुवन्ति। यं प्राप्तुं व्यक्तयः प्रयासरताः भवन्ति इयं व्यक्तिगतप्रेरणा वर्तते।

Authors and Affiliations

यज्ञदत शुक्ल
सहायक अध्यापक, प्राथमिक विद्यालय रामखेड़ा,सरेनी, जिला रायबरेली।,भारत

आकाक्षाः, विद्यार्थिनां, व्यक्तिप्रतिमानं, व्यक्तिगतमूल्यं, रूचयः, अनुभवः।

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Publication Details

Published in : Volume 2 | Issue 3 | May-June 2019
Date of Publication : 2019-05-30
License:  This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 70-74
Manuscript Number : SHISRRJ192317
Publisher : Shauryam Research Institute

ISSN : 2581-6306

Cite This Article :

यज्ञदत शुक्ल, "आकांक्षास्तर:", Shodhshauryam, International Scientific Refereed Research Journal (SHISRRJ), ISSN : 2581-6306, Volume 2, Issue 3, pp.70-74, May-June.2019
URL : https://shisrrj.com/SHISRRJ192317

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