Manuscript Number : SHISRRJ192320
उतर वैदिक कालीन अर्थव्यवस्था के आधुनिक समाजशास्त्रीय आयाम
Authors(1) :-डाॅ. वीरेन्द्र कुमार मौर्य उतर वैदिक कालिक अर्थव्यवस्था आधुनिक अर्थ व्यवस्था के लिए प्रतिदर्श है अर्थात् आधुनिक अर्थव्यवस्था वैदिककालिक अर्थव्यवस्था का अनुसरण करती है। उŸारवैदिककाल में कृषि आधारित अर्थव्यवस्था उन्नत अवस्था में थी। अनेक संहिताओं एवं ब्राह्मण ग्रन्थों में सिंचाई के साधनों खेतों की जुताई-बुवाई से लेकर अनके प्रकार के फसलों का वर्णन प्राप्त होता है। कृषिकार्य के साथ ही साथ अनेक प्रकार के शिल्पों एवं व्यापारिक श्रेणियों का उल्लेख है जो कृषि एवं व्यापार वाणिज्य को उन्नति की ओर संकेत करती है।
डाॅ. वीरेन्द्र कुमार मौर्य उतर वैदिककालिक, अर्थव्यवस्था, आधुनिक, कृषि, संहिता, ब्राह्मण, ग्रन्थ। Publication Details Published in : Volume 2 | Issue 2 | March-April 2019 Article Preview
असि. प्रोफेसर संस्कृत, राजकीय स्नातकोŸार महाविद्यालय, आलापुर, अम्बेडकरनगर।, भारत
Date of Publication : 2019-04-30
License: This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 236-239
Manuscript Number : SHISRRJ192320
Publisher : Shauryam Research Institute
URL : https://shisrrj.com/SHISRRJ192320