Manuscript Number : SHISRRJ192506
वेदों में वर्णित देवी एवं देवताओं के शक्ति स्वरूप की संक्षिप्त विवेचना
Authors(1) :-डाॅ अवनीश जायसवाल वेद कहते हैं कि शक्ति से ही यह ब्रह्माण्ड चलायमान है। वैदिक लोग प्राकृतिक शक्तिओं को साकार रूप में मानते थे। देवी देवताओं का विभिन्न रुपों का वर्णन वेदों में मिलता है। उपरोक्त के अतिरिक्त अनुमति, सुनृता (उदारता) असुनीति, रति, सरण्यू, अश्रीनाशन देवता इत्यादि का भी उल्लेख अनेक रुपों में प्राप्त होता है।
डाॅ अवनीश जायसवाल वेद, वैदिक, देवी, देवता, शक्ति, प्रकृति, ब्रह्माण्ड, ऊर्जा। (1) ऋग्वेद 7-75-5 Publication Details Published in : Volume 2 | Issue 5 | September-October 2019 Article Preview
ग्राम-उसरी, पोस्ट-रिठियां, जिला-आजमगढ़, भारत
(2) ऋग्वेद 3-31-2
(3) अथर्ववेद 12-1-49
(3) अथर्ववेद 12-1-12
(4) ऋग्वेद 8-25-3
(5) निरुक्त 4-22
(6) ऋग्वेद 4-55-7
(7) ऋग्वेद 2-40-6
(8) ऋग्वेद 1-136-3
(9) ऋग्वेद 4-47-9
(10) ऋग्वेद 5-62-8
(11) अथर्ववेद 14-18-4
(12) ऋग्वेद 10-114-8
(13) जैमिनी ब्राह्मण 2-396
(14) काठक ब्राह्मण 12-5-14
(15) ऋग्वेद 10-71-2
(16) वैदिक धर्म दर्शन पृ0 261
Date of Publication : 2019-09-30
License: This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 42-47
Manuscript Number : SHISRRJ192506
Publisher : Shauryam Research Institute
URL : https://shisrrj.com/SHISRRJ192506