समाजिक परिवर्तन और आधुनिक महिलाएं

Authors(2) :-डाॅ.अंग्रेज सिंह, सन्ध्या राज

समाजिक परिवर्तन के फलस्वरूप महिलाओं में होने वाले परिवर्तन एक सतत् प्रक्रिया के रूप में देखे जाते है, जो निश्चित समय में होने वाली घटनाओं की श्रृंखला के आधार पर परिवर्तित होती रहती है, सामाजिक परिवर्तन के कारक इनमें परिवर्तन की निरन्तरता बनाये रखते हैं। सामाजिक परिवर्तन एक ऐसी प्रक्रिया है जो प्रायः दो केन्द्रों पर केन्द्रित रहती है प्रथम इसका स्वरूप और दूसरी उसकी दिशा। परिवर्तन चाहे सामाजिक हो या फिर अन्य कोई, वर्तमान स्थिति में परिवर्तन लाता है। सामाजिक परिवर्तनों में केवल सामाजिक ढंाचे में परिवर्तनों को या फिर सामाजिक संबधों में आये बदलाब को ही सामाजिक परिवर्तनों में शामिल किया जा सकता है। विभिन्न शोधों एवं सर्वे के आधारों पर यह माना जाने लगा है कि ’सामाजिक ढाॅचे या लोगो के आपसी व्यवहार में आये महत्वपूर्ण बदलाव ही सामाजिक परिवर्तन हैं।’

Authors and Affiliations

डाॅ.अंग्रेज सिंह
एसोसिएट प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष,
सन्ध्या राज
अर्थशास्त्र, उपाधि महाविद्यालय पीलीभीत, उत्तर प्रदेश। शोधार्थी, अर्थशास्त्र, एम0जे0पी0आर0यू0 बरेली, उत्तर प्रदेश।

सामाजिक, परिवर्तन, आर्थिक, परिवेश, धार्मिक, रीतिरिवाज।

  1. त्रिपाठी डा0 उमा - पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास,
  2. राठौर मधु - पंचायती राज और महिला विकास,
  3. शर्मा प्रज्ञा - महिला विकास और सशक्तिकरण।
  4. अजय आर. चैबे - पंचायती राज व्यवस्था और ग्रामीण विकास एवं समाज
  5. कृष्णन कुट्टी - द इण्डियन ज्वाइन्ट फैमिली, विकली 1960
  6. मनोरमा जौहरी - प्राचीन भारत में वर्ण व्यवस्था
  7. देवकी जैन - इण्डियन विमेन
  8. कुरूक्षेत्र
  9. आउटलुक
  10. प्रतियोगिता दर्पण
  11. इण्डिया टूडे

Publication Details

Published in : Volume 2 | Issue 5 | September-October 2019
Date of Publication : 2019-10-30
License:  This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 181-184
Manuscript Number : SHISRRJ192531
Publisher : Shauryam Research Institute

ISSN : 2581-6306

Cite This Article :

डाॅ.अंग्रेज सिंह, सन्ध्या राज, "समाजिक परिवर्तन और आधुनिक महिलाएं ", Shodhshauryam, International Scientific Refereed Research Journal (SHISRRJ), ISSN : 2581-6306, Volume 2, Issue 5, pp.181-184, September-October.2019
URL : https://shisrrj.com/SHISRRJ192531

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