Manuscript Number : SHISRRJ192625
भारतीय लोकतांत्रिक व्यवस्था में राज्यपाल की भूमिका
Authors(1) :-अजीत कुमार बीते दिनों एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा था कि ‘‘राज्यपाल राज्य का संरक्षक और मार्गदर्शन के रूप में कार्य करता है और देश के संघात्मक ढाँचे में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।’’ कई समीक्षकों ने भारत को एक सहकारी संघवाद बताया है। इसी क्रम में प्रसिद्ध विद्वान ग्रेनविल आस्टिन ने भारत की संघात्मक व्यवस्था को सहकारी संघवाद की संज्ञा दी है।
अजीत कुमार Publication Details Published in : Volume 3 | Issue 1 | January-February 2020 Article Preview
शोध छात्र, राजनीति विज्ञानए नेहरू ग्राम भारती मानित विश्वविद्यालयए इलाहाबाद,भारत
Date of Publication : 2020-01-30
License: This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 88-92
Manuscript Number : SHISRRJ192625
Publisher : Shauryam Research Institute
URL : https://shisrrj.com/SHISRRJ192625