भारत में शहरीकरण

Authors(1) :-डॉ॰ बिन्दु

भारत गाँवों का देश रहा है। इसका अभिप्राय यह बिल्कुल नहीं है कि भारत में शहरों का अस्तित्व प्रश्नों के घेरे में है। हमारे अतीत के विहंगावलोकन में हम देखते है कि ऐतिहासिक परिपेक्ष्य में हड़प्पा व मोहनजोदड़ो, रोपड़, लोथल, कालीबंगा आदि में प्रारम्भिक दो शहरी सभ्यताएँ है। इनके नगर विन्यास तत्कालीन सभ्यताओं में सर्वश्रेष्ठ माना जाता है। हमारे ऐतिहासिक साक्ष्य इसी बात को अनेक कोणों से प्रभावित व स्थापित करती है।

Authors and Affiliations

डॉ॰ बिन्दु
सहायक-शिक्षिका, उत्क्रमित मध्य विद्यालय, मटौढ़ा, मसौढ़ी, पटना, बिहार, भारत।

राष्ट्रीयता, प्रौद्योगिक विकास, भारतीयता, खेत-खलिहान, प्राकृतिक दृश्य, अपनापन, मेल-मिलाप, सहनशीलता, सामाजिक सदाचार, धार्मिक सम्भावना।

  1. ए पापुलेशन हिस्ट्री ऑफ इण्डिया, पृष्ठ- 171, लेखक- टिम डायसन (2018)
  2. ए पापुलेशन हिस्ट्री ऑफ इण्डिया, पृष्ठ- 107, लेखक- टिम डायसन (2018)
  3. एन इनवारमेंट हिस्ट्री ऑफ इण्डिया, पृष्ठ- 101, लेखक- एच फिसर माइकल

Publication Details

Published in : Volume 1 | Issue 4 | November-December 2018
Date of Publication : 2018-11-30
License:  This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 118-121
Manuscript Number : SHISRRJ192656
Publisher : Shauryam Research Institute

ISSN : 2581-6306

Cite This Article :

डॉ॰ बिन्दु, "भारत में शहरीकरण ", Shodhshauryam, International Scientific Refereed Research Journal (SHISRRJ), ISSN : 2581-6306, Volume 1, Issue 4, pp.118-121, November-December.2018
URL : https://shisrrj.com/SHISRRJ192656

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