प्रेमचंद की कहानियों में नारी जीवन की समस्याएं और नवजागरण

Authors(1) :-डॉ. अनीता मिंज

प्रेमचंद का कथा साहित्य भारतीय जनमानस की सामाजिक, सांस्कृतिक, आर्थिक और राजनीतिक पहलुओं पर एक व्यापक दृष्टिकोण को लेकर रचा गया है। प्रेमचंद अपनी कहानियों में समाज की मूक जनता के साथ-साथ हाशिए पर खड़ी नारी समस्याओं पर केवल चर्चा नहीं करते अपितु नारी मुक्ति की भी बात करते हैं। प्रेमचंद ‘नारी अस्मिता’ के लिए नारियों को स्वयं जागृत होने की सलाह देते हैं। प्रेमचंद नारी जागरण की अलख जगाने के लिए घर-घर की नारियों का आह्वान करते हैं। जिसमें कोई सामाजिक विभेद नहीं दिखाई पड़ता। वर्षों पहले अपने साहित्य द्वारा प्रेमचंद ने नारी अस्मिता और मूल्यों के लिए जो संघर्ष किया वह नवजागरण के इतिहास में बहुत बड़ा योगदान है। यही कारण है कि आज भी प्रेमचंद का 'स्त्री विमर्श' प्रासंगिक बना हुआ है।

Authors and Affiliations

डॉ. अनीता मिंज
असिस्टेंट प्रोफेसर, हिन्दी विभाग, दौलत राम महाविद्यालय, दिल्ली विश्वविद्यालय, नई दिल्ली, भारत।

नवजागरण, दहेज प्रथा, अनमेल विवाह, विधवा की त्रासदी, वेश्या जीवन, नारी शिक्षा, पर्दा प्रथा, नारी और नवजागरण के प्रश्न ।

  1. रामस्वरूप चतुर्वेदी, हिंदी साहित्य और संवेदना का विकास, लोकभारती प्रकाशन, इलाहाबाद, 1994, पृष्ठ सं. 94
  2. रामधन मीना, पुनर्जागरण के अख्याता : मैथिलीशरण गुप्त, चिन्मय प्रकाशन, जयपुर, सं. 1991, पृष्ठ सं. 3
  3. शंभूनाथ, प्रेमचंद का पुनर्मूल्यांकन, नेशनल पब्लिशिंग हाउस, दिल्ली, 1988, पृष्ठ सं. 26
  4. प्रेमचंद ,नारी जीवन की कहानियां प्रेम प्रकाशन मंदिर ,दिल्ली, 1987, पृष्ठ संख्या
  5. वही, पृष्ठ संख्या 32
  6. अमृतराय, प्रेमचंद : विविध प्रसंग- भाग 2, हंस प्रकाशन, इलाहाबाद, 1962, पृष्ठ संख्या 265
  7. प्रेमचंद, नारी जीवन की कहानियां, प्रेम प्रकाशन मंदिर, दिल्ली, 1987, पृष्ठ संख्या 63
  8. वही, पृष्ठ संख्या 63
  9. वही, पृष्ठ संख्या 22
  10. वही, पृष्ठ संख्या 61
  11. शिवरानी देवी, प्रेमचंद- घर में, आत्माराम एंड सन्स, दिल्ली, 1956, पृष्ठ संख्या
  12. वही, पृष्ठ संख्या 259
  13. अमृतराय, प्रेमचंद: विविध प्रसंग- भाग 3, हंस प्रकाशन, इलाहाबाद, 1962, पृष्ठ सं 254
  14. शिवरानी देवी, प्रेमचंद- घर में, आत्माराम एंड सन्स, दिल्ली, 1956, पृष्ठ संख्या 205

Publication Details

Published in : Volume 1 | Issue 4 | November-December 2018
Date of Publication : 2018-11-30
License:  This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 162-168
Manuscript Number : SHISRRJ192683
Publisher : Shauryam Research Institute

ISSN : 2581-6306

Cite This Article :

डॉ. अनीता मिंज, "प्रेमचंद की कहानियों में नारी जीवन की समस्याएं और नवजागरण ", Shodhshauryam, International Scientific Refereed Research Journal (SHISRRJ), ISSN : 2581-6306, Volume 1, Issue 4, pp.162-168, November-December.2018
URL : https://shisrrj.com/SHISRRJ192683

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