Manuscript Number : SHISRRJ193334
वज्रयान और सहजयान - सातवीं और आठवीं शताब्दी तदुपरान्त
Authors(1) :-डाॅ0 अभिजात ओझा इन्द्रभूति के समय से पूर्व ही अनेक बौद्ध तंत्रों की रचना हो चुकी थी। हेवज्रतंत्र, हेरुक, चण्डमहारोषण, वज्रवाराही, क्रियासमुच्चय, वज्रावली, योगिनीजाल आदि अनेक तंत्रों की अप्रकाशित पाण्डुलिपियाँ संस्कृत में शेष हंै। साधनमाला की प्राचीनतम पाण्डुलिपियाँ 1167 ई0 की हैं।
डाॅ0 अभिजात ओझा वज्रयान, सहजयान, सातवीं, आठवीं, शताब्दी, धर्मकीर्ति, वंश। Publication Details Published in : Volume 2 | Issue 1 | January-February 2019 Article Preview
असिस्टेंट प्रोफेसर, प्राचीन इतिहास एवं पुरातत्व विभाग, नेहरु ग्राम भारती मानित विश्वविद्यालय, प्रयागराज, उत्तर प्रदेश, भारत।
Date of Publication : 2019-01-30
License: This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 327-329
Manuscript Number : SHISRRJ193334
Publisher : Shauryam Research Institute
URL : https://shisrrj.com/SHISRRJ193334