उदयपुर के छापाचित्रण कला विधा में नवोदित कलाकार

Authors(1) :-डॉ. संदीप कुमार मेघवाल

भारत के अन्य राज्यों में घटित हो रही कला गतिविधियाँ भी इसी बृहत् भारत के कला परिदृश्य का यथार्थ हैं। दिल्ली के समीप होने के कारण राजस्थान के कलाकारों ने भारतीय समकालीन कला में आए बदलाव को भरपूर जिया है। बीसवीं सदी के आठवें दशक के आरंभ होने तक यहाँ के समकालीन कलाकारों ने अपनी सृजनात्मक ऊर्जा का कल्पनाशीलता व नूतन प्रयोगों द्वारा देश की मुख्य कला - धारा में अपनी विशेष पहचान स्थापित की है।

Authors and Affiliations

डॉ. संदीप कुमार मेघवाल
एम.फिल. छात्रा, हिंदी विभाग, राजीव गांधी विश्वविद्यालय, रोनो हिल्स, टानगर, अरुणाचल प्रदेश,भारत

  1. समकालीन कला, ललित कला अकादेमी नई दिल्ली प्रकाशन, पृ. 59
  2. लेख मे संबन्धित कलाकारों से जीवनवृत एवं फेसबूक प्रोफ़ाइल संदर्भ के आधार पर लेख का रूप दिया गया।

Publication Details

Published in : Volume 2 | Issue 2 | March-April 2019
Date of Publication : 2019-04-30
License:  This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 176-182
Manuscript Number : SHISRRJ19338
Publisher : Shauryam Research Institute

ISSN : 2581-6306

Cite This Article :

डॉ. संदीप कुमार मेघवाल, "उदयपुर के छापाचित्रण कला विधा में नवोदित कलाकार", Shodhshauryam, International Scientific Refereed Research Journal (SHISRRJ), ISSN : 2581-6306, Volume 2, Issue 2, pp.176-182, March-April.2019
URL : https://shisrrj.com/SHISRRJ19338

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