भारतीय जीवन और पर्यावरण का सह सम्बन्ध

Authors(1) :-ओम प्रकाश सिंह यादव

भारतीय जीवन पद्धति में जीयों और जीने दो की अवधारणना का पालन किया जाये तो पृथ्वी के संसाधनों को अन्धाधुन दोहन करने से बचा जा सकता है तथा पर्यावरण सुरक्षा पर होने वाले अत्यधिक बजट को कम किया जा सकता है । और जीवन को सफल बनाया जा सकता है । सरकार निर्मित विधान समाज से जुड़कर अपनी पुर्णता को आसानी से प्राप्त कर सकते है तथा वांछित लक्ष्य बिना बांधा के पूरे हो सकते है ।

Authors and Affiliations

ओम प्रकाश सिंह यादव
स्थायी पता ग्राम टोड़रपुर, पो0-मनियां-मिर्जाबाद, गाजीपुर, उŸार प्रदेश, भारत

भारतीय, जीवन, पर्यावरण, सम्बन्ध।

1. ईशावास्योपानिषद्
2. अथर्ववेद
3. अथर्ववेद
4. स्मृतिग्रन्थ
5. मनु0 3,68

Publication Details

Published in : Volume 3 | Issue 2 | March-April 2020
Date of Publication : 2020-03-30
License:  This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 54-58
Manuscript Number : SHISRRJ203331
Publisher : Shauryam Research Institute

ISSN : 2581-6306

Cite This Article :

ओम प्रकाश सिंह यादव, "भारतीय जीवन और पर्यावरण का सह सम्बन्ध", Shodhshauryam, International Scientific Refereed Research Journal (SHISRRJ), ISSN : 2581-6306, Volume 3, Issue 2, pp.54-58, March-April.2020
URL : https://shisrrj.com/SHISRRJ203331

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