उद्गम स्थान पर कर की कटौती: एक अध्ययन

Authors(1) :-डाॅ0 राज कुमार

उद्गम स्थान से तात्पर्य आय उदय होने के स्थान से हैं कोई आय सर्वप्रथम जहाँ से प्राप्त होती है वही उस आय का उद्गम स्थान कहलाता है। आयकर अधिगम के विभिन्न प्रावधानों के प्रभाव से उद्गम स्थान पर कर की कटौती की जाती है आय का सर्वप्रथम भुगतान करने वाला व्यक्ति उस आय में से अनुमानित आयकर की राशि काट लेता है। तथा काटी हुई राशि को करदाता के नाम से सरकारी खजाने में जमा कर देता है और करदाता को काटी हुई राशि का एक प्रमाण-पत्र दे देता है। किसी को उद्गम स्थान पर कर की कटौती कहा जाता है। उद्गम स्थान पर काटा गया कर करदाता की और से कर का अग्रिम भुगतान माना जाता है और नियमित कर निर्धारण के अंतर्गत करदाता द्वारा देयकर की राशि में से उद्गम स्थान पर काटी गई राशि घटाकर ही कर का भुगतान किया जाता है।

Authors and Affiliations

डाॅ0 राज कुमार
एम.काॅम.,पीएच.डी. (वाणिज्य), बी.आर.ए. बिहार विश्वविद्यालय, मुजफ्फरपुर (बिहार), भारत

  1. आयकर विधान एवं लेखे -डाॅ0 बी.के. अग्रवाल
  2. वही पृष्ठ
  3. आयकर नियोजन एवम् धन कर-डाॅ0 एच.सी. मैल्हौत्रा
  4. वही पृष्ठ
  5. दूरदर्शन समाचार
  6. इन्टरनेट
  7. आयकर विभाग
  8. विभिन्न वर्ग के कर दाताओं से मुलाकात

Publication Details

Published in : Volume 3 | Issue 2 | March-April 2020
Date of Publication : 2020-03-30
License:  This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 59-61
Manuscript Number : SHISRRJ203332
Publisher : Shauryam Research Institute

ISSN : 2581-6306

Cite This Article :

डाॅ0 राज कुमार, "उद्गम स्थान पर कर की कटौती: एक अध्ययन", Shodhshauryam, International Scientific Refereed Research Journal (SHISRRJ), ISSN : 2581-6306, Volume 3, Issue 2, pp.59-61, March-April.2020
URL : https://shisrrj.com/SHISRRJ203332

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