भारत में महिलाओं की स्थिति

Authors(1) :-ओम प्रकाश सिंह यादव

योजनायें धरातल पर पूर्णरुप से न सही आंशिक रुप से सही सफल हो रही है। आवश्यकता इस बात की है कि विकास योजनाओं का पैसा सिधे व्यक्ति के खाते में आये और निगरानी कर के जनप्रतिनिधि व जनसेवक तथा लोकसेवक उस योजना का क्रियान्वन करवायें जिससे योजनाओं का लाभ मिल सके। समाज का वंचितों का विकास हो सके। समाज के उपेक्षित दलित, पिछड़े, तथा महिलाओं का सशक्तिकरण किया जा सके। आज हम देखते है कि भले ही योजनाओं का पुरा लाभ न मिला हो किन्तु महिलाओं की समाजिक और आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ है। यह सही है कि गांव की प्रधान महिला होती है लेकिन प्रधान पति महोदय कहे जाते है लेकिन महिला अपने मायके में प्रधान जी तो कही जाती है। आज कल धीरे- धीरे ही गोष्ठियों मंे भी महिलायें जाने लगी है। सरकारी नौकरीयों में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रही है। आज हम देखते है कि महिला विधायक, सांसद, मंत्री, न्यायाधिस, मुख्यमंत्री इत्यादि पदों पर सुशोभित कर रही है। सेना, पुलिस, रेलवें, शिक्षा विभाग, प्रशासन, बैंक में बढ़-चढ़कर प्रतिभाग कर रही है। इस प्रकार से महिला किसी ना किसी रुप में राष्ट्र और विकास की मुख्य धारा में जुड़ रही है।

Authors and Affiliations

ओम प्रकाश सिंह यादव
स्थायी पता ग्राम टोड़रपुर, पो0-मनियां-मिर्जाबाद, गाजीपुर, उŸार प्रदेश, भारत

भारत, महिला, जनप्रतिनिधि, दलित, पिछड़े।

Publication Details

Published in : Volume 3 | Issue 3 | May-June 2020
Date of Publication : 2020-06-30
License:  This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 87-91
Manuscript Number : SHISRRJ203335
Publisher : Shauryam Research Institute

ISSN : 2581-6306

Cite This Article :

ओम प्रकाश सिंह यादव, "भारत में महिलाओं की स्थिति", Shodhshauryam, International Scientific Refereed Research Journal (SHISRRJ), ISSN : 2581-6306, Volume 3, Issue 3, pp.87-91, May-June.2020
URL : https://shisrrj.com/SHISRRJ203335

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