बाणभट्ट के विशिष्ट वनस्पतियों का विवेचन

Authors(1) :-डॉ॰ दीनानाथ मिश्र

संस्कृत साहित्य में प्रकृति की सुन्दरता का प्रचुर वर्णन प्राप्त होता है। कवि बाणभट्ट के काव्यों में अनेकविध वनस्पतियों का सूक्ष्म वर्णन प्राप्त होता है। वन, आश्रम, गृह और राजप्रासाद को सुसज्जित करने की परम्परा रही है। कवियों ने अपने काव्यों वनस्पतियों की सुन्दरता का काव्यात्मक और रम्य वर्णन किया है।

Authors and Affiliations

डॉ॰ दीनानाथ मिश्र
ग्राम + पो॰-अतिहर, भाया – सारामोहनपुर, जिला – दरभंगा, बिहार, भारत।

बाणभट्ट, वृक्ष, पुष्प, अशोक, शाल्मली, पर्वत, वन, राजप्रासाद, कादम्बरी, केवड़ा, इत्यादि।

  1. कादम्बरी एक सांस्कृतिक अध्ययन, पुष्ठ-36-37
  2. कादम्बरी एक सांस्कृतिक अध्ययन, पुष्ठ-38
  3. कादम्बरी एक सांस्कृतिक अध्ययन, पुष्ठ-38
  4. कादम्बरी एक सांस्कृतिक अध्ययन, पुष्ठ-39
  5. कादम्बरी एक सांस्कृतिक अध्ययन, पुष्ठ-212
  6. कादम्बरी एक सांस्कृतिक अध्ययन, पुष्ठ-213
  7. कादम्बरी अनुच्छेद 1-64, पृष्ठ-1251
  8. तत्रैव, पृष्ठ-185
  9. मेघदूत-2/13
  10. वरा चरित-22/60
  11. कादम्बरी, पृष्ठ-211

Publication Details

Published in : Volume 3 | Issue 3 | May-June 2020
Date of Publication : 2020-06-30
License:  This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 119-123
Manuscript Number : SHISRRJ203339
Publisher : Shauryam Research Institute

ISSN : 2581-6306

Cite This Article :

डॉ॰ दीनानाथ मिश्र, "बाणभट्ट के विशिष्ट वनस्पतियों का विवेचन ", Shodhshauryam, International Scientific Refereed Research Journal (SHISRRJ), ISSN : 2581-6306, Volume 3, Issue 3, pp.119-123, May-June.2020
URL : https://shisrrj.com/SHISRRJ203339

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