पं.सोहन लाल के काव्य में राष्ट्रीय भावना

Authors(1) :-डाॅ. गुंजन त्रिपाठी

पं. सोहन लाल द्विवेदी की कविताओं में राष्ट्रीय भावना कई रूपों में मुखरित हुई है। द्विवेदी जी ने भारत के अतीत, संस्कृति पुराणों वेदों, संस्कारों आजादी के वीर नायकों, किसानों और अपने आदर्श महात्मा गांधी पर उत्कृष्ट रचनाएं प्रस्तुत की है। भारत के ग्रामीण जनों से, गरीबी से, कच्चे लिखे पुते घरों से, प्रकृति से, समाज से उनका लगाव प्रत्यक्ष रूप से परिलक्षित होता है। राष्ट्रीय कवि श्री द्विवेदी जी भारत के उन नौनिहाल कर्णधारों पर भी कई प्रकार की सुन्दर और लालित्य पूर्ण रचनाएं किये हैं।

Authors and Affiliations

डाॅ. गुंजन त्रिपाठी
1छ5ब् तिलक नगर, अल्लापुर, प्रयागराज, उत्तर प्रदेश, भारत।

राष्ट्रीय भावना, मुखरित, प्रत्यक्ष नौनिहाल, लालित्य।

  1. पं. सोहन लाल द्विवेदी के काव्य का सांस्कृतिक अध्ययन, डाॅ. मृदुला द्विवेदी, दुर्गा पब्लिकेशन्स, ए-407ध्7 साउथ, गामड़ी दिल्ली-110053
  2. मुक्तिगंधा, सोहन लाल द्विवेदी, नेशनल पब्लिशिंग हाउस 23 दरियागंज दिल्ली 6, संस्करण, 1972
  3. जय गांधी सोहन लाल द्विवेदी, ज्ञान भारतीय 4ध्14 रूप नगर दिल्ली, 11007ए प्रथम संस्करण सन्, 1975 ई.
  4. युगाधार, सोहन लाल द्विवेदी, इण्डियन प्रेस प्रयाग, संस्करण 1971
  5. भैरवी; सोहन लाल द्विवेदी, इण्डियन प्रेस प्रयाग, संस्करण 1968
  6. प्रभाती सोहन लाल द्विवेदी, साहित्य भवन प्रा.लि. प्रयाग, संस्करण 1975
  7. संजीवनी, सोहन लाल द्विवेदी, राजपाल एण्ड सन्स, कश्मीरी गेट दिल्ली-6 संस्करण 1986

Publication Details

Published in : Volume 3 | Issue 1 | January-February 2020
Date of Publication : 2020-01-30
License:  This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 147-152
Manuscript Number : SHISRRJ203345
Publisher : Shauryam Research Institute

ISSN : 2581-6306

Cite This Article :

डाॅ. गुंजन त्रिपाठी, "पं.सोहन लाल के काव्य में राष्ट्रीय भावना ", Shodhshauryam, International Scientific Refereed Research Journal (SHISRRJ), ISSN : 2581-6306, Volume 3, Issue 1, pp.147-152, January-February.2020
URL : https://shisrrj.com/SHISRRJ203345

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