Manuscript Number : SHISRRJ203345
पं.सोहन लाल के काव्य में राष्ट्रीय भावना
Authors(1) :-डाॅ. गुंजन त्रिपाठी पं. सोहन लाल द्विवेदी की कविताओं में राष्ट्रीय भावना कई रूपों में मुखरित हुई है। द्विवेदी जी ने भारत के अतीत, संस्कृति पुराणों वेदों, संस्कारों आजादी के वीर नायकों, किसानों और अपने आदर्श महात्मा गांधी पर उत्कृष्ट रचनाएं प्रस्तुत की है। भारत के ग्रामीण जनों से, गरीबी से, कच्चे लिखे पुते घरों से, प्रकृति से, समाज से उनका लगाव प्रत्यक्ष रूप से परिलक्षित होता है। राष्ट्रीय कवि श्री द्विवेदी जी भारत के उन नौनिहाल कर्णधारों पर भी कई प्रकार की सुन्दर और लालित्य पूर्ण रचनाएं किये हैं।
डाॅ. गुंजन त्रिपाठी राष्ट्रीय भावना, मुखरित, प्रत्यक्ष नौनिहाल, लालित्य। Publication Details Published in : Volume 3 | Issue 1 | January-February 2020 Article Preview
1छ5ब् तिलक नगर, अल्लापुर, प्रयागराज, उत्तर प्रदेश, भारत।
Date of Publication : 2020-01-30
License: This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 147-152
Manuscript Number : SHISRRJ203345
Publisher : Shauryam Research Institute
URL : https://shisrrj.com/SHISRRJ203345