Manuscript Number : SHISRRJ203632
मनसबदारी प्रथा
Authors(2) :-निशान्त कुमार, प्रोफेसर हेरम्ब चतुर्वेदी मनसबदारी व्यवस्था मुगल प्रशासनिक व्यवस्था का मेरूदण्ड थी यह एक प्रकार से ब्रिटिश सिविल सेवा के ‘स्टील फ्रेम’ के समान थी। इसके चलते ही साम्राज्य का सैन्य एवं आर्थिक सुदृढ़ीकरण हुआ एवं जटिल नौकरशाही व्यवस्था का संचालन सुचारू रूप से हुआ। इस व्यवस्था ने एक संगठित एवं वफादार वर्ग का सृजन किया। साम्राज्य के प्रादेशिक विस्तार के साथ ही प्रबल केन्द्रीकरण की प्रवृत्ति को बढ़ावा मिला। मनसबदार वर्ग में विभिन्न वर्गों, संप्रदायों को स्थान मिला। फलतः एकीकरण की भावना को प्रोत्साहन मिला। मनसबदारों की जीवनशैली, रूचियों के कारण व्यापारिक गतिविधियों को बढ़ावा मिला। मनसबदारों ने क्षेत्रीय भाषा, कला, संगीत, साहित्य आदि के विकास को अवलम्ब प्रदान किया।
निशान्त कुमार मनसबदारी, मुगल, प्रशासनिक, कला, संगीत, साहित्य, अकबर। Publication Details Published in : Volume 3 | Issue 6 | November-December 2020 Article Preview
शोध छात्र, मध्यकालीन एवं आधुनिक इतिहास विभाग, इलाहाबाद विश्वविद्यालय, प्रयागराज, उत्तर प्रदेश, भारत।
प्रोफेसर हेरम्ब चतुर्वेदी
शोध निर्देशक, मध्यकालीन एवं आधुनिक इतिहास विभाग, इलाहाबाद विश्वविद्यालय, प्रयागराज।, भारत।
Date of Publication : 2020-12-30
License: This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 81-86
Manuscript Number : SHISRRJ203632
Publisher : Shauryam Research Institute
URL : https://shisrrj.com/SHISRRJ203632