Manuscript Number : SHISRRJ203644
महाविद्यालयीय विद्यार्थियों में सामाजिक चेतना का अध्ययन
Authors(2) :-राजीव सिंह, डाॅ0 प्रेम चन्द यादव सारांश- समस्या कथन- ‘‘आजमगढ़ मण्डल के महाविद्यालयीय विद्यार्थियों में सामाजिक चेतना का अध्ययन’’ करना है। अध्ययन के उद्देश्य में कला, विज्ञान एवं व्यवसायिक वर्ग के आधार पर छात्र एवं छात्राओं की सामाजिक चेतना का तुलनात्मक अध्ययन किया गया है। प्रस्तुत अध्ययन हेतु सर्वेक्षण विधि का चयन किया गया है। प्रस्तुत अध्ययन में जनसंख्या के रूप में आजमगढ़ मण्डल के महाविद्यालयों में अध्ययनरत् कला वर्ग, विज्ञान वर्ग एवं व्यवसायिक वर्ग के विद्यार्थियों को सम्मिलित किया गया है। प्रस्तुत अध्ययन में उद्देश्यानुसार आजमगढ़ मण्डल के 3 महाविद्यालयों का चयन किया जिनमंे स्ववित्तपोषित, वित्तपोषित एवं अल्पसंख्यक महाविद्यालयों से है। प्रस्तुत अध्ययन में उद्देश्यानुसार आजमगढ़ मण्डल के 3 महाविद्यालयों का चयन किया जिनमंे स्ववित्तपोषित, वित्तपोषित एवं अल्पसंख्यक महाविद्यालयों का चयन कर उसमें अध्ययनरत् 600 विद्यार्थियों (200 कला वर्ग, 200 विज्ञान वर्ग एवं 200 व्यवसायिक वर्ग) का चयन यादृच्छिक विधि से किया गया है। प्रस्तुत प्रश्नावली का निर्माण अध्ययनकर्ता द्वारा स्वयं किया गया है। इसमें उत्तम करणीय विकल्प के साथ अन्य तीन विकल्पों (कुल चार विकल्प) के माध्यम से सामाजिक चेतना का मापन करने का प्रयास किया है। अध्ययन में प्रदत्तों के विश्लेषण हेतु मध्यमान, मानक विचलन, मानक त्रुटि एवं टी-अनुपात सांख्यिकी विधियों का प्रयोग किया गया है। अध्ययन के निष्कर्ष में पाया कि-
ऽ महाविद्यालयों में अध्ययनरत् कला वर्ग के छात्र एवं छात्राओं में सामाजिक चेतना में सार्थक अन्तर है अर्थात् छात्राओं में सामाजिक चेतना के प्रति अभिवृत्ति छात्रों से उच्च है।
ऽ महाविद्यालयों में अध्ययनरत् विज्ञान वर्ग के छात्र एवं छात्राओं में सामाजिक चेतना में सार्थक अन्तर है अर्थात् छात्रों में सामाजिक चेतना के प्रति अभिवृत्ति छात्राओं से उच्च है।
महाविद्यालयों में अध्ययनरत् व्यवसायिक शिक्षा वर्ग के छात्र एवं छात्राओं में सामाजिक चेतना में कोई सार्थक अन्तर नहीं है अर्थात् अर्थात् छात्राओं में सामाजिक चेतना के प्रति अभिवृत्ति छात्रों के समान है।
राजीव सिंह उच्च शिक्षा, छात्र एवं छात्राएँ, सामाजिक चेतना, तुलना, टी-अनुपात। Publication Details Published in : Volume 3 | Issue 6 | November-December 2020 Article Preview
शोधकत्र्ता, एम0ए0, एम0एड्0, नेट, वीर बहादुर सिंह पूर्वान्चल विश्वविद्यालय, जौनपुर, उत्तर प्रदेश,भारत।
डाॅ0 प्रेम चन्द यादव
शोध निर्देशक, एसोसिएट प्रोफेसर, बी0एड्0 विभाग, श्री गाँधी पी0जी0 कालेज, मालटारी, आजमगढ़, उत्तर प्रदेश,भारत।
Date of Publication : 2020-12-30
License: This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 170-175
Manuscript Number : SHISRRJ203644
Publisher : Shauryam Research Institute
URL : https://shisrrj.com/SHISRRJ203644