Manuscript Number : SHISRRJ20374
हिन्दू विधि (लाॅ) के प्राचीन स्रोत के रूप में श्रुतियों और स्मृतियों का महत्त्व
Authors(1) :-डाॅ. सर्वेश कुमार हिन्दू विधि एक-दो सदी में विकसित होने वाली विधि नहीं है। बल्कि यह काल के प्रवाह के साथ वैदिक युग से निरन्तर चली आ रही प्रक्रिया है। समाज में होने वाले बदलाव और सामाजिक आवश्यकतानुरूप इसमें अनेकानेक परिवर्तन होते रहे हैं। वर्तमान हिन्दू विधि के संहिताबद्ध हो जाने पर भी कुछ विषयों (जो आज भी असंहिताबद्ध हैं) के सन्दर्भ में आज भी स्मृतियाँ और टीकायें प्रामाणिक बनी हुयी हैं।
डाॅ. सर्वेश कुमार हिन्दू विधि, श्रुति, स्मृति, प्रथा, सामाजिक, वेद। Publication Details Published in : Volume 3 | Issue 5 | September-October 2020 Article Preview
असिस्टेंट प्रोफेसर, संस्कृत विभाग, के. एन. आई. पी. एस. एस., सुलतानपुर, उत्तर प्रदेश, भारत।
Date of Publication : 2020-10-30
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Page(s) : 145-150
Manuscript Number : SHISRRJ20374
Publisher : Shauryam Research Institute
URL : https://shisrrj.com/SHISRRJ20374