Manuscript Number : SHISRRJ20375
शैक्षिक गुणवत्ता और शिक्षकीय कौशल
Authors(1) :-डाॅ. विनय कुमार शिक्षक का व्यवसायिक प्रशिक्षण कितना अहम हैं, इस ओर दवे ‘शिक्षा में नवचिंतन’ में जिक्र करते हैं कि टीचर प्रतिदिन अपने को नया करने तथा नए अंदाज में प्रस्तुत करने की मांग करता है। इसलिए एक टीचर को टीचिंग के लिए सदैव नवीनता की खोज करते रहना होगा। नवीनता के लिए जरूरी है कल्पना, कौतुक, जिज्ञासा और आनंद्दायी भावना। इसका अर्थ यह हुआ कि शिक्षण एक आनंद्दायी काम है। इस आनंद का प्रतिदिन अन्वेषण करते रहना ही एक शिक्षक का कर्म और धर्म है।
डाॅ. विनय कुमार शैक्षिक, गुणवत्ता, शिक्षकीय, कौशल, व्यवसायिक, कर्म, धर्म। Publication Details Published in : Volume 3 | Issue 5 | September-October 2020 Article Preview
प्राचार्य, त्रिवेणी काॅलेज आॅफ एजुकेशन, नवादा, बिहार, भारत।
Date of Publication : 2020-10-30
License: This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 151-155
Manuscript Number : SHISRRJ20375
Publisher : Shauryam Research Institute
URL : https://shisrrj.com/SHISRRJ20375