सिद्ध नवनाथ एवं नाथपंथ

Authors(1) :-डाॅ0 अरुण कुमार त्रिपाठी

प्रस्तुत शोधपत्र में नाथपंथ के नवनाथ को चिन्हित करके उनके जीवन दर्शन पर प्रकाश डाला गया है। नाथपंथ के सिद्धों का चरित्र आध्यात्मिक शुचिता एवं मानवीय संचेतना का पर्याय है। नाथपंथ में प्रमुखतया नवनाथ एवं चैरासी सिद्धों की मान्यता एवं व्याप्ति है। फिर भी इनके अतिरिक्त भी अनेक सिद्धों एवं योगियों का उल्लेख भी प्राप्त होता है। नाथ.परम्परा आज भी नैरन्तर्य पूर्ववत गतिमान है। ऐसी पंथिक.प्रसिद्धि है कि सृष्टि के आरम्भ में नवनाथ हुए और इन्होंने ही नाथपंथ का प्रवर्तन किया। सहज विषय.विंदु है कि ये नवनाथ कौन.कौन हैंए उनका आध्यात्मिकए ऐतिहासिक और अकादमिक अवदान क्या है। नवनाथ के विषय में डॉण् पीतांबरदत बड़थ्वाल से प्रारम्भ करके आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदीए रुद्रकाशिकेयए स्वामी विष्णुतीर्थ महाराजए विधुशेखर भट्टाचार्यए प्रबोध चन्द्र बागचीए हर प्रसाद शास्त्रीए कल्याणी मलिकए महा महोपाध्याय बबुआ मिश्रए महा महोपाध्याय गोपीनाथ कविराजए क्षितिमोहन सेनए मोहन सिंहए जीण् डब्ल्यू ब्रिग्सए जीण् एसण् घुर्येए फर्कुहरए अक्षयकुमार बनर्जीए महा महोपाध्याय पं राहुल सांकृत्यायनए पंण् परशुराम चतुर्वेदीए डॉण् शांतिप्रसाद चंदोलाए डॉण् भगवती प्रसाद सिंहए आचार्य विनय मोहन शर्माए डॉण् रांगेय राघवए डॉण् धर्मवीर भारतीए डॉण् नागेन्द्रनाथ उपाध्यायए डॉण् वेदप्रकाश जुनेजाए डॉण् दिवाकर पाण्डेयए डॉण् अनुज प्रताप सिंहए रामलाल श्रीवास्तव आदि विद्वानों ने अपने.अपने विचार.विमर्ष प्रस्तुत किए हैं। इन्ही सब विद्वानों के विचारों का तुलनात्मक अध्ययन करके नवनाथ के बारे में निष्कर्ष निकाला गया है तथा विद्वानों के लिए एवं ग्रन्थों के अध्ययन के आधार पर नवनाथ के जीवन पर संक्षिप्त प्रकाश डाला गया है।

Authors and Affiliations

डाॅ0 अरुण कुमार त्रिपाठी
तिघरा, नगहरा, बस्तीए 48/18 भ्प्ळ योजना - 2 झूँसीए इलाहाबाद- 211019

सिद्ध नवनाथ नाथपंथ, चरित्र, आध्यात्मिक, मानवीय, संचेतना।

  1. (योगिसंप्रदायाविष्कृति, चन्द्रनाथ योगी, अहमदाबाद- 2019, पृ. 11-14)
  2. (सुधाकरचन्द्रिका -पदुमावती-बिब्लोधिका इन्डिका, न्यू सीरीज नं. 1172 - जी. पी. ग्रियर्सन और सुधाकर द्विवेदी द्वारा सम्पादित, कलकत्ता 1907, पर म. म. पं. सुधाकर द्विवेदी की हिन्दी टीका पृ. - 241)
  3. (नाथ सम्प्रदाय - डॉ. हजारी प्रसाद द्विवेदी, हिन्दुस्तानी एकेडमी, इलाहाबाद, सं. - 2012, पृ. 25-26)
  4. ( नारद पुराण उत्तर 17 / 23)
  5. ( ज्ञानेश्वरी -18/ओ.बी.175,1ध्58 )।
  6. (नेपाल कैटलॉग - 2 य भाग, पृ. ग्प्ग्)
  7. ( नाथ संप्रदाय- डॉ. हजारी प्रसाद द्विवेदी, हिंदुस्तान एकेडमी इलाहाबाद सन 2012, पृष्ठ 38)
  8. ( तन्त्रालोक टीका- जयद्रथ, पृष्ठ -24)
  9. ( नाथ संप्रदाय - डॉ. हजारी प्रसाद द्विवेदी, पृष्ठ 45)
  10. ( बंगला साहित्य के इतिहास - सुकुमार सेन, पृष्ठ 937)
  11. (गोरखनाथ एंड दी कनफटा योगीज-ब्रिक्स, पृष्ठ 228)
  12. ( विलियम क्रुक, कोलकाता सं. 1869 , पृ. 153 )
  13. (ग्रियसेन पृ 228)
  14. (गोरखनाथ एण्डकनफटायोगी पृ229)
  15. (योगी सम्प्रदाय वि. कृतिः चन्द्रनाथ योगी, अहमदाबाद सं. 1924 पृ 23)
  16. (नाथ सम्प्रदाय हजारी प्रसाद द्विवेदी पृ .97)।
  17. (व्रिग्स पृ.211)।
  18. गंगा पुरातत्त्वांक में श्री राहुल साहत्यायन के लेख - पृ. 252
  19. वहीं पृ. 253
  20. नाथ सम्प्रदाय - हजारी प्रसाद द्विवेदी, पृ. 77
  21. वहीं
  22. गोरखनाथ एण्ड द कनफटा योगीज - ब्रिग्स, पृ. 67
  23. (गोरखनाथ एंड कनफटा योगीज-ब्रिक्स पृ. 67 -69)
  24. (नाथ संप्रदाय-डॉ. हजारी प्रसाद द्विवेदी, पृष्ठ 8)
  25. सोमपुरी बिहार (पहाड़पुर, जिला - राजशाही, बंगाल)
  26. (गोरखनाथ और नाथ सिद्ध - डॉ अनुज प्रताप सिंह, पृष्ठ 131)
  27. गंगापुरातत्त्वांक - राहुल सांकृत्यायन 254
  28. साधनमाला गायकवाड़ ओरियण्टल सोसायटी सीरीज सं. 26 और 41 बड़ौदा द्वितीय भाग प्रस्तावना पृ. 53
  29. नाथ सम्प्रदाय, हजारी प्रसाद द्विवेदी पृ.80
  30. गंगापुरातत्त्वांक - राहुल सांकृत्यायन, पृ. 254
  31. साधनमाला - गायकवाड ओरयण्टल सीरीज पृ. 43
  32. बौद्धगान ओदोहा (बगला में मुद्रित, पं. हरप्रसाद शास्त्री, सम्पादन, 323 बंगाबद,कलकत्ता
  33. गंगा पुरातत्त्वांक - राहुल सांकृत्यायन पृ. 254-55
  34. नाथ सम्प्रदाय - डॉ. हजारी प्रसाद द्विवेदी, पृ. -80
  35. गोरखनाथ और नाथ सिद्ध - डॉ. अनुज प्रसाद सिंह, सं. 2019, पृ. 131
  36. गंगापुरातत्त्वांक - राहुल सांकृत्यायन, पृ. 260
  37. नाथ सम्प्रदाय - डॉ. हजारी प्रसाद द्विवेदी, पृ. - 137
  38. हिन्दी साहित्य और बिहार - भाग - 1, पृ. 12
  39. कंदली मंजुनाथ माहात्म्य, अध्याय - 20
  40. आयुर्वेद परिचय, विश्व विद्या संग्रह, शान्ति निकेतन 1350 बंगाबद पृ. 12-13।
  41. नाथ सम्प्रदाय - डॉ. हजारी प्रसाद द्विवेदी - पृ. 175
  42. डॉ. मोहन सिंह की हस्तलिखित पुस्तक, पंजाब यूनिवर्सिटी लइब्रेरी की 374 नं. पुस्तक के परिशिष्ट पृ. - 20 से चर्पटीनाथ की कविता।

Publication Details

Published in : Volume 2 | Issue 3 | May-June 2019
Date of Publication : 2019-05-30
License:  This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 137-157
Manuscript Number : SHISRRJ20397
Publisher : Shauryam Research Institute

ISSN : 2581-6306

Cite This Article :

डाॅ0 अरुण कुमार त्रिपाठी, "सिद्ध नवनाथ एवं नाथपंथ", Shodhshauryam, International Scientific Refereed Research Journal (SHISRRJ), ISSN : 2581-6306, Volume 2, Issue 3, pp.137-157, May-June.2019
URL : https://shisrrj.com/SHISRRJ20397

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