पं. दीनदयाल उपाध्याय का चिंतन उच्च कोटि का चिंतन

Authors(1) :-डॉ. कल्याण सिंह मीना

पं. दीनदयाल उपाध्याय का चिंतन उच्च कोटि का तथा भारतीय संस्कृति, सभ्यता और परिस्थितियों के अनुरुप है। दीन दयाल उपाध्याय भारतीय जनसंघ के नेता और भारतीय राजनीतिक एवं आर्थिक चिंतन को वैचारिक दिशा देने वाले पुरोधा थे। दीनदयाल जी समाजवाद और साम्यवाद को कागजी और अव्यावहारिक सिद्धान्त के रुप में देखते थे उनका स्पष्ट मानना था कि भारतीय प्ररिप्रेक्ष्य में ये विचार न तो भारतीयता के अनुरुप है और ना ही व्यावहारिक है। भारत को चलाने के लिए भारतीय दर्शन ही कारगर वैचारिक उपकरण हो सकता है, चाहे राजनीति का प्रश्न हो, चाहे अर्थव्यवस्था का प्रश्न सब की समाधानयुक्त विवेचना अपने वैचारिक लेखों में की है। भारतीय राजनीति कैसी हो, इसका स्वरुप क्या हो, इन सारे विषयों को पं. दीनदयाल उपाध्याय ने भारतीय अर्थनीति विकास की दिशा में रखा है।

Authors and Affiliations

डॉ. कल्याण सिंह मीना
लेवल – 2 अध्यापक राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय महाराजपुरा, तहसील – बस्सी, जिला – जयपुर , राजस्थान

[1] एस0आर0 शर्मा लाइफ एण्ड वर्क ऑफ पं0 दीनदयाल उपाध्याय

[2] अनिल कुमार "सलिल" पं0 दीनदयाल उपाध्याय

[3] दत्तोपंत बापूराव प0 दीनदयाल उपाध्याय , आइडियोलॉजी एण्ड परसेप्शन : पॉलिटिक्स फॉर नेशन सेक

[4] सुरेन्द्र प्रसाद गैन इकोनॉमिक आइडियाज़ ऑफ दीनदयाल उपाध्याय

[5] विवास्वन शास्त्री पं0 दीनदयाल उपाध्यायज़ रोडमैप फॉर इण्डिया

[6] - के0एस0 भारथी द पॉलिटिकल थॉट ऑफ पं0 दीनदयाल उपाध्याय

[7] सुधाकर राजे पं0 दीनदयाल उपाध्याय; ए प्रोफाइल

[8] विश्वनाथ लिमये आई वर्सस वी

[9] संजय द्विवेदी भारतीयता के संचारक पं0 दीनदयाल उपाध्याय

[10] विनायक वासुदेव नेने पं0 दीनदयाल उपाध्याय : विचार दर्शन खण्ड-2

[11] चन्द्रशेखर परमानंद भिसीकर पं0 दीनदयाल उपाध्याय : विचार दर्शन खण्ड-5

Publication Details

Published in : Volume 2 | Issue 3 | May-June 2019
Date of Publication : 2019-05-30
License:  This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 163-166
Manuscript Number : SHISRRJ20399
Publisher : Shauryam Research Institute

ISSN : 2581-6306

Cite This Article :

डॉ. कल्याण सिंह मीना, "पं. दीनदयाल उपाध्याय का चिंतन उच्च कोटि का चिंतन ", Shodhshauryam, International Scientific Refereed Research Journal (SHISRRJ), ISSN : 2581-6306, Volume 2, Issue 3, pp.163-166, May-June.2019
URL : https://shisrrj.com/SHISRRJ20399

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