उत्तर प्रदेश में स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता का भौगोलिक विश्लेषणः प्रयागराज जनपद के विशेष संदर्भ में

Authors(1) :-देवेंद्र प्रताप सिंह

भारत में नदियों के विस्तृत जाल तथा भूमिगत जल संसाधनों की प्रचुरता के कारण जल संसाधनों का व्यापक भंडार उपलब्ध है। गंगा का मैदानी क्षेत्र इस संदर्भ में महत्वपूर्ण माना जाता है। भूमि की उर्वरता तथा जल संसाधनों की उपलब्धता के कारण ही इस क्षेत्र में लगभग संपूर्ण देश के लिए खाद्यान्न का उत्पादन किया जाता है। जल संसाधनों की उपलब्धता और भी महत्वपूर्ण हो जाती है जब इसका उपयोग पेयजल के रूप में किया जाता है। प्रयागराज जनपद जल उपलब्धता के दृष्टिकोण से देश तथा उत्तर प्रदेश राज्य के प्रचुर जल संसाधनों वाले क्षेत्रों में आता है। फिर भी, समय-समय पर यहां स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता से संबंधित अनेक चुनौतियां देखी जाती हैं। उपरोक्त परिस्थितियों को दृष्टिगत रखते हुए वर्तमान अध्ययन को संपादित किया गया है। द्वितीयक आंकड़ों के आधार पर किए गए इस अध्ययन में प्रयागराज जनपद के विभिन्न विकासखंडों के ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छ पेयजल उपलब्धता के स्रोतों का विश्लेषण करते हुए इन क्षेत्रों में पेयजल से संबंधित पाई जाने वाली विभिन्न चुनौतियों को उजागर किया गया है। विभिन्न सांख्यिकीय विधियों तथा चित्र द्वारा आंकड़ों के विश्लेषण के आधार पर यह तथ्य उजागर होता है कि जल संसाधनों की प्रचुरता के बावजूद प्रयागराज जनपद में स्वच्छ पेयजल संसाधनों के विकास की दिशा में अभी अनेक कार्य किए जाने की आवश्यकता है।

स्वच्छ पेयजल, जल प्रदूषण, भूमिगत जल, जल संसाधन, जल प्रबंधन, ग्रामीण विकास।

Publication Details

Published in : Volume 4 | Issue 3 | May-June 2021
Date of Publication : 2021-06-10
License:  This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 214-224
Manuscript Number : SHISRRJ214337
Publisher : Shauryam Research Institute

ISSN : 2581-6306

Cite This Article :

देवेंद्र प्रताप सिंह, "उत्तर प्रदेश में स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता का भौगोलिक विश्लेषणः प्रयागराज जनपद के विशेष संदर्भ में ", Shodhshauryam, International Scientific Refereed Research Journal (SHISRRJ), ISSN : 2581-6306, Volume 4, Issue 3, pp.214-224, May-June.2021
URL : https://shisrrj.com/SHISRRJ214337

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