Manuscript Number : SHISRRJ214432
चन्द्रकला नाटिका का वैशिष्ट्य
Authors(2) :-रति सिंह, डाo देवनारायण पाठक
आचार्य विश्वनाथ ने अपनी नवनवोन्मेषी प्रतिभा के द्वारा चन्द्रकला नाटिका की विशेषता पर विवेचना प्रस्तुत की है। अन्य आचार्यो के भाँति इनकी नाटिका भी अनेक दृष्टिकोणों से पृथक एवं विशिष्ट प्रतीत होता है। प्राचीन नाट्यकारों ने जहाँ नाटकों के माध्यम से आनन्द की प्राप्ति सहृदय समाजिकों को प्रदान की है वही आचार्य के द्वारा नाटिका की रचना करके समस्त आनन्द की अनुभूति से युक्त अपने वैशिष्ट्य को व्यक्त करती है।
रति सिंह आचार्य विश्वनाथ, चन्द्रकला, नाटिका, वैशिष्ट्य नाट्यकार, शास्त्रीय। Publication Details Published in : Volume 4 | Issue 4 | July-August 2021 Article Preview
वरिष्ठ शोधच्छात्रा, संस्कृत विभाग, नेहरु ग्राम भारती मानित विश्वविद्यालय, प्रयागराज, उत्तर प्रदेश।
डाo देवनारायण पाठक
संस्कृत विभागाध्क्ष, नेहरु ग्राम भारती मानित विश्वविद्यालय, प्रयागराज, उत्तरप्रदेश
Date of Publication : 2021-08-10
License: This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 71-73
Manuscript Number : SHISRRJ214432
Publisher : Shauryam Research Institute
URL : https://shisrrj.com/SHISRRJ214432