Manuscript Number : SHISRRJ21461
प्रमुख पुराणों में श्रीकृष्ण कथा का संक्षिप्त स्वरूप
Authors(2) :-डाॅ0 संगीता अग्रवाल, सतलेश कुमार सिंह यादव
सारांश- पौराणिक ग्रन्थों में प्राचीन कथाओं, वंशावलियों, इतिहास, भूगोल के तथ्यों एवं सामान्यतः वैदिक तथा लौकिक ज्ञान-विज्ञान के समस्त पक्षों या विषयों को कालक्रम से समाविष्ट किया गया है। जिसका स्वरूप विकासशील रहा है, किन्तु अन्तिम स्वरूप वेदव्यास के द्वारा सम्पादित किया गया। पुराण में निरूपित कथाओं एवं वंशावलियों में कृष्ण-कथा एवं विष्णु के अवतारों का बृहद् स्वरूप प्राप्त होता है।
डाॅ0 संगीता अग्रवाल पुराण, वैदिक, लौकिक, वेदव्यास, विष्णु, साहित्य, संस्कृत। Publication Details Published in : Volume 4 | Issue 6 | November-December 2021 Article Preview
एसोसिएट प्रोफेसर, विभागाध्यक्ष, संस्कृत विभाग, आर्य कन्या पी0जी0 कालेज हापुड़, उत्तर प्रदेश,भारत।
सतलेश कुमार सिंह यादव
शोधच्छात्र, आर्य कन्या पी0जी0 कालेज हापुड़, सम्बद्ध चैधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ,भारत।
Date of Publication : 2021-11-30
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Page(s) : 01-06
Manuscript Number : SHISRRJ21461
Publisher : Shauryam Research Institute
URL : https://shisrrj.com/SHISRRJ21461