Manuscript Number : SHISRRJ21470
18वीं शताब्दी में मुग़ल साम्राज्य के पराभव के कारण
Authors(1) :-मोहम्मद शकीम मुग़ल साम्राज्य जो कि मध्यकालीन भारत का सबसे विशाल और दीर्घायु साम्राज्य था जैसा कि प्रसिद्ध यूरोपीय इतिहासकार अर्नाल्ड टायनबी जो कि चक्रिय सिद्धान्त के समर्थक थे उन्होंने कहा किसी भी सभ्यता का जन्म होता है उसका विकास होता है और अन्त में उसका पतन हो जाता है उसी तरह 1526 ई0 में बाबर ने भारत में मुग़ल सत्ता की नींव डाली उसका अकबर के काल में विकास हुआ औरंगजेब के काल में चरमोत्कर्ष पर पहुँची उसके बाद एक नई सभ्यता का प्रवेश प्रारम्भ हुआ और धीरे-धीरे मुग़ल साम्राज्य का सितारा 18वीं शताब्दी में लगभग डूब गया।
मोहम्मद शकीम मुगल सामा्रज्य, पराभव, कारण, मध्यकालीन भारत, पतन, भारतीय, इतिहास। Publication Details Published in : Volume 4 | Issue 6 | November-December 2021 Article Preview
शोध छात्र, मध्यकालीन एवं, आधुनिक इतिहास विभाग, इलाहाबाद विश्वविद्यालय, प्रयागराज,उत्तर प्रदेश, भारत।
Date of Publication : 2021-11-30
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Page(s) : 86-90
Manuscript Number : SHISRRJ21470
Publisher : Shauryam Research Institute
URL : https://shisrrj.com/SHISRRJ21470