लघु चित्रों में मेवाड़ की कला-आध्यात्मिकता को प्रकट करते आर्ष-रामायण चित्र

Authors(1) :-मोनिका राजपूत

मेवाड़ क्षेत्र में मिलने वाले चित्रकला संबंधी साक्ष्य स्पष्टतः इस तथ्य को उभारते हैं कि चित्रकला संबंधी प्रवृत्ति का मेवाड़ में अपना मौलिक स्वरूप रहा है। मेवाड़ में पनपने वाली चित्रकला शैली को नामकरण की कई संज्ञाओं से होकर गुजरना पड़ा। मेवाड़ शैली की पुस्तक चित्रण परंपरा की अधावधि अत्यंत प्राचीन है। ये चित्रित पांडुलिपियाँ मेवाड़ में चित्रकला के विकासशील स्वरूप को प्रकट करती हैं। मेवाड़ में इस स्वरूप में विकसित होने वाली चित्रकला की विद्वानों, कला समीक्षकों ने विविध रूपों में व्याख्या की है। समाज की आवश्यकता पूरी करने के लिए कलाकारों ने सरल से सरल व क्षिप्र तौर-तरीके अपनाए होंगे, जिनसे इन चित्रों में और भी अधिक गति उत्पन्न हो गई है।1 कथात्मकता के लिए चित्र-धरातल को अलग-अलग तलों में बांट लिया गया है। ये चित्र आज के समाज को भी आध्यात्मिक प्रेरणा एवं आध्यात्मिक तोष प्रदान करने के जबरदस्त माध्यम प्रमाणित हो सकते हैं। इस शोध पत्र के माध्यम से लघु चित्रों में मेवाड़ की कला अध्यात्मिकता को प्रकट करते आर्ष रामायण चित्रों का अध्ययन किया गया है।

Authors and Affiliations

मोनिका राजपूत
शोधार्थिनी, डी.ई.आई. डीम्ड यूनिवर्सिटी, दयालबाग. आगरा।, भारत।

मेवाड़ चित्रकला, आध्यात्मिक, सामाजिक, धार्मिक, आर्ष-रामायण।

  1. व्यास, डॉ. राजशेखर:- मेवाड़ की कला और स्थापत्य, राजस्थान प्रकाशन, त्रिपोलिया बाजार, जयपुर-2, मॉडर्न प्रिंटर्स. गोधों का रास्ता, रत्ना ऑफसेट प्रेस, नई दिल्ली, प्रथम संस्करण - 1988, पृष्ठ-116
  2. वशिष्ठ, डॉ.आर.के पूर्व उल्लेखित पृष्ठ-04, नाहटा, अमरचंद: शोध पत्रिका, भाग-5, अंक 03, पृष्ठ-46, शर्मा, डॉ. गोपीनाथ: ग्लोरिज ऑफ मेवाड़, पृष्ठ-87, कृष्ण चैतन्य: राजस्थानी र्टेडिसन्स, अभिनव पब्लिकेशन्स, दिल्ली, 1982, पृष्ठ-91, अंधारे: डॉ. श्रीधर: क्रोनोलॉजी ऑफ मेवाड़ पेंटिंग्स,पृष्ठ-36-37
  3. व्यास, डॉ. राजशेखर:- मेवाड़ की कला और स्थापत्य, राजस्थान प्रकाशन, त्रिपोलिया बाजार, जयपुर-2, मॉडर्न प्रिंटर्स. गोधों का रास्ता, रत्ना ऑफसेट प्रेस, नई दिल्ली, प्रथम संस्करण - 1988, पृष्ठ 117
  4. श्रीमाली, डॉ. मनोहर:- प्रकाशक - आर्यावर्त संस्कृति संस्थान, डी-48, गली नंबर-3, दयालपुर, करावल नगर रोड, दिल्ली - 110094, पृष्ठ-83
  5. श्रीमाली, डॉ. मनोहर:- प्रकाशक - आर्यावर्त संस्कृति संस्थान, डी-48, गली नंबर-3, दयालपुर, करावल नगर रोड, दिल्ली - 110094, पृष्ठ-193

Publication Details

Published in : Volume 4 | Issue 6 | November-December 2021
Date of Publication : 2021-11-30
License:  This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 143-149
Manuscript Number : SHISRRJ21479
Publisher : Shauryam Research Institute

ISSN : 2581-6306

Cite This Article :

मोनिका राजपूत, "लघु चित्रों में मेवाड़ की कला-आध्यात्मिकता को प्रकट करते आर्ष-रामायण चित्र ", Shodhshauryam, International Scientific Refereed Research Journal (SHISRRJ), ISSN : 2581-6306, Volume 4, Issue 6, pp.143-149, November-December.2021
URL : https://shisrrj.com/SHISRRJ21479

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