एण्टोनियो ग्राम्शी: आधिपत्य का सिद्धान्त 'नवमाक्र्सवाद के विशेष संदर्भ में एक अवलोकन'

Authors(1) :-नीलिमा सिन्हा

ग्राम्शी दो स्तरो पर लड़ाई करने को स्वीकार करता है। वह मानता है कि इस समय जितने भी माक्र्सवादी है वे केवल सत्ता के परिवर्तन की बात करते है। जबकि वे नागारिक समाज की मानसिकता को खत्म करने की बात नही करते है। जबकि ग्राम्शी पहले मानसिकता में परिवर्तन करने की बात करता है उसके बाद राज्य सत्ता में परिवर्तन करना होगा। हमको पूजीवादी मानसिकता को उलट कर हमको सर्वहारा वर्ग की मानसिकता स्थापित करना होगा। उसके बाद जो क्रान्ति होगी वह सफल तथा स्थायी होगी। इस प्रकार ग्राम्शी अपना आधिपत्य का सिद्धान्त देता है।

Authors and Affiliations

नीलिमा सिन्हा
सहायक प्रोफेसर (राजनीति विज्ञान), राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, रानीगंज, प्रतापगढ़ (उ0प्र0), भारत

एण्टोनियो ग्राम्शी, आधिपत्य का सिद्धान्त, नवममाक्र्सवाद, उग्रवादी, आन्दोलन।

  1. डा0 पुखराज जैन, डा0 अरूणोदय बाजपेयी- राजनीति सिद्धान्त एवं अवधारणाएं
  2. जीवन मेहता- समकालीन राजनीतिक विचारक
  3. ओ0पी0 गाबा- समकालीन राजनीतिक सिद्धान्त
  4. ओ0पी0 गाबा- पाश्चात्य राजनीतिक विचारक
  5. ओ0पी0 गाबा- समकालीन राजनीतिक विचारधाराएं
  6. ज्ञान सिंह सन्धू- राननीतिक सिद्धान्त
  7. आर0सी0 वरमानी - राजनीतिक अवधारणायें
  8. डा0 बी0एल0 फड़िया, डा0 कुलदीप फड़िया - समकालीन राजनीतिक सिद्धान्त
  9. स्वयंप्रभा

Publication Details

Published in : Volume 6 | Issue 6 | November-December 2023
Date of Publication : 2023-12-21
License:  This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 124-130
Manuscript Number : SHISRRJ236620
Publisher : Shauryam Research Institute

ISSN : 2581-6306

Cite This Article :

नीलिमा सिन्हा, "एण्टोनियो ग्राम्शी: आधिपत्य का सिद्धान्त 'नवमाक्र्सवाद के विशेष संदर्भ में एक अवलोकन' ", Shodhshauryam, International Scientific Refereed Research Journal (SHISRRJ), ISSN : 2581-6306, Volume 6, Issue 6, pp.124-130, November-December.2023
URL : https://shisrrj.com/SHISRRJ236620

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