Manuscript Number : SHISRRJ236621
हाशिए का समाज और भगवानदास मोरवाल की कहानियों में सामाजिक-संघर्ष
Authors(1) :-आमिर खान भारत की सामाजिक संरचना में समय-समय पर बहुत बदलाव आये हैं। देश के अलग-अलग राज्यों की अलग-अलग भौगोलिक परिस्थितियाँ हैं। अलग-अलग संस्कृति के लोग निवास करते हैं। इसलिए ही हर धर्म के लोगों की सामाजिक, राजनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक आदि परिस्थितियाँ एक जैसी नहीं हैं। अत: कुछ समुदाय उच्च वर्ग में और कुछ समुदाय निम्न वर्ग में आते है। इन्हीं में उत्पन्न होता है एक अलग समाज जिसे हम ‘हाशिए के समाज’ के नाम से जानते हैं। अत: भगवानदास मोरवाल की कहानियों में हाशिए के समाज का सामाजिक संघर्ष प्रमुख है।
आमिर खान सामाजिक संरचना, हाशिए का समाज, स्त्री, सामाजिक संघर्ष इत्यादि। Publication Details Published in : Volume 6 | Issue 6 | November-December 2023 Article Preview
शोधार्थी जामिया मिल्लिया इस्लामिया, नई दिल्ली
Date of Publication : 2023-12-21
License: This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 131-134
Manuscript Number : SHISRRJ236621
Publisher : Shauryam Research Institute
URL : https://shisrrj.com/SHISRRJ236621