संकल्पसूर्याेदय नाटक में काव्य तत्व

Authors(2) :-आलोक कुमार ओझा, डाॅ0 देव नारायण पाठक

संकल्पसूर्योदय नाटक एक प्रतीक नाटक है, जिसमें दस अंक है। जगत् में रस से तात्पर्य है-काव्य, नाटकादि के पठन, श्रवण या दर्शन से सहृदय के हृदय में उद्यीप्त तन्मयीभाव रूप आनन्द। यद्यपि यह आनन्द एक रूप ही हुआ करता है किन्तु विभिन्न आलम्बनों का आश्रयण करने के कारण इसके अनेक भेद किये जाते हैं। संकल्पसूर्योदय नाटक में प्रधान रस शान्त रस है। संकल्पसूर्योदय नाटक में वेंकटनाथ ने अलंकारों को यथोचित महŸव दिया है। मुख्य रूप से यमक, अनुप्रास, उपमा, श्लेष और रूपक आदि अनेक अलंकार उदाहरण प्राप्त होते हैं।

Authors and Affiliations

आलोक कुमार ओझा
शोधच्छात्र, संस्कृत विभाग, नेहरू ग्राम भारती मानित विश्वविद्यालय,प्रयागराज, उत्तर प्रदेश।
डाॅ0 देव नारायण पाठक
शोध निर्देशक, विभागाध्यक्ष संस्कृत विभाग, नेहरू ग्राम भारती मानित विश्वविद्यालय, प्रयागराज,उत्तर प्रदेश।

संकल्पसूर्योदय, काव्य, नाटक, रस, अलंकार, वेंकटनाथ, आत्मा, सुमति, श्रद्वा, विचारणा।

  1. शृंगार हास्यकरूणरौद्रवीर भयानकाः। वीभत्साद्भुतसंज्ञौ चेत्यष्टौ नाट्ये रसाः स्मृता। भ0ना0 6/15
  2. निर्वेद स्थायिभावोऽसित शान्तोऽपिनवमो रसः। का0प्र० 4/35
  3. पपप ललितमनसां प्रीत्यै विभ्रद्रसान्तभूमिकामानवमगुणो यस्मिन्नाट्ये रसो नवमः स्थितः।  सं0सू0  1/3
  4.  तर्कव्याकृतितन्त्रशिक्षितधियः पक्षेषुबाहेष्वपि प्रतयक्षीकृतपौरूषा वयममी मध्येसमं ब्रूमहे।
  5. वादाटोपमुपेयुषः प्रतिभटानासेतुहिमाचलं तूलायपि तृणाय वा न च तुषच्छेदायमन्यामहे। सं0सू0 2/42
  6. वर्णसाम्यमनुप्रासः। का०प्र० 9/79
  7. सोऽनेकस्य सकृत्पूर्वः एकस्याप्यसकृत्परः। का०प्र० 9/79
  8. अर्थेसत्यर्थ भिन्नानां वर्णनां सा पुनः श्रुतिः यमकम्। का0प्र० 9/83
  9. पुनरुक्तवदाभासो विभिन्नाकारशब्दगा। का०प्र० 9/86
  10. साधम्र्यमुपमा भेदे। का0प्र0 10/87
  11. सम्भावनमथोत्प्रेक्षा प्रकृतस्य समेन यत्। का०प्र० 10/92
  12. तद्रुपकमभेदो य उपमानोपमेययोः। का०प्र० 10/93
  13. परोक्तिर्भेदकैः श्लिष्टैः समासोक्तिः। का०प्र० 10/97
  14. निदर्शना अभवन् वस्तुसम्बन्ध उपमापरिकल्पकः। का०प्र० 10/97
  15. विनोक्तिः सा विनाऽन्येन यत्रान्यः सन्न नेतरः। का0प्र0 10/113
  16. विशेषणैर्यत्साकूतैरूक्तिः परिकरस्तु सः। का0प्र0 10/118

Publication Details

Published in : Volume 6 | Issue 6 | November-December 2023
Date of Publication : 2023-12-21
License:  This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 227-232
Manuscript Number : SHISRRJ236633
Publisher : Shauryam Research Institute

ISSN : 2581-6306

Cite This Article :

आलोक कुमार ओझा, डाॅ0 देव नारायण पाठक, "संकल्पसूर्याेदय नाटक में काव्य तत्व ", Shodhshauryam, International Scientific Refereed Research Journal (SHISRRJ), ISSN : 2581-6306, Volume 6, Issue 6, pp.227-232, November-December.2023
URL : https://shisrrj.com/SHISRRJ236633

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