वैश्विक स्वस्थ जीवन का पर्याय आयुर्वेदशास्त्र

Authors(1) :-डाॅ0 ऋतु शुक्ला

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि अगले बीस वर्षों में यानी सन् 2020 ई० तक ऐलोपैथी की एन्टीबायटिक दवा मनुष्य के शरीर पर असर करना बन्द कर देगी। यानी शरीर एन्टीबायटिक के प्रति इम्यून हो जायेगा। यह स्थिति आने से पूर्व विश्व को सचेत करना होगा कि तब शरीर को ऐलोपैथी कैसे नीरोग रख पायेगा। इसका एक मात्र उपाय है जड़ी बूटियों का अधिकाधिक उपयोग।

Authors and Affiliations

डाॅ0 ऋतु शुक्ला
असिस्टेंट प्रोफेसर (संस्कृत) महाराजा बिजली पासी राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, आशियाना, लखनऊ

वैश्विक, स्वस्थ, जीवन, आयुर्वेदशास्त्र, चेतनावृत्ति, कर्मवश, चरक संहिता।

  1. सुश्श्रुत संहिता
  2. चरक संहिता
  3. ऋग्वेद
  4. यजुर्वेद
  5. सामवेद
  6. अथर्ववेद
  7. ब्रह्मवैवर्त पुराण

Publication Details

Published in : Volume 7 | Issue 1 | January-February 2024
Date of Publication : 2024-02-15
License:  This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 123-127
Manuscript Number : SHISRRJ247115
Publisher : Shauryam Research Institute

ISSN : 2581-6306

Cite This Article :

डाॅ0 ऋतु शुक्ला, "वैश्विक स्वस्थ जीवन का पर्याय आयुर्वेदशास्त्र ", Shodhshauryam, International Scientific Refereed Research Journal (SHISRRJ), ISSN : 2581-6306, Volume 7, Issue 1, pp.123-127, January-February.2024
URL : https://shisrrj.com/SHISRRJ247115

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