श्रीमद्वाल्मीकि रामायण एवं उत्तररामचरितम् में अलंकार सौन्दर्य की तुलनात्मक मीमांसा

Authors(1) :-आशीष कुमार चतुर्वेदी

आदिकवि वाल्मीकि तथा महाकवि भवभूति दोनों ही संस्कृत-साहित्य के देदीप्यमान नक्षत्रों में से हैं। दोनों ही कवियों ने उत्कृष्टतम काव्य कृतियों की रचना की है। तथा अपनी काव्यकृतियों आदिकाव्य रामायण एवं उत्तररामचरित नाटक को विभिन्न अलंकारों द्वारा शोभनीय बनाया है। दोनों महाकवियों वाल्मीकि एवं भवभूति ने अपनी कृतियों में सुन्दर अलंकार योजना का निदर्शन किया है। आदिकवि वाल्मीकि की कृति रामायण संस्कृत-साहित्य की प्रथम कृति है। अतः उसमें अलंकार इत्यादि तत्वों का प्रारम्भिक रूप दिखलाई पड़ता है। वह एक ऐसे काल की रचना है जब अलंकार विषयक ग्रन्थ उपलब्ध नहीं थे। अतएव अलंकारों का प्रारम्भिक रूप होने के कारण रामायण में अलंकारों में जटिलता एवं संकीर्णता का समावेश नहीं हुआ है। उसमें अलंकार अत्यन्त सरल एवं सहज रूप में प्राप्त होते हैं। अलंकारों में स्वाभाविकता एवं सहजता दृष्टिगत होती है, जिसके लिए वाल्मीकि को पृथक् प्रयास नहीं करना पड़ा। महाकवि भवभूति का उत्तररामचरित उस समय की रवना है जबकि साहित्यशास्त्र पर अनेक ग्रन्थ लिखे जा चुके थे। उनका स्पष्ट प्रभाव भवभूति की रचना पर दृष्टिगोचर होता है। रामायण की अपेक्षा उत्तररामचरित के अलंकारों में अधिक जटिलता एवं संकीर्णता दिखलाई पड़ती है। उत्तररामचरित में अलंकारों का परिपक्व रूप मिलता है। यद्यपि महाकवि भवभूति में कहीं-कहीं कृत्रिमता के दर्शन होते हैं।

Authors and Affiliations

आशीष कुमार चतुर्वेदी
शोधच्छात्र, केन्द्रीय संकृत विश्वविद्यालय, गंगानाथ झा परिसर, प्रयागराज

श्रीमद्वाल्मीकि, रामायण, उत्तररामचरितम्, अलंकार, सौन्दर्य, संस्कृत-साहित्य, महाकवि भवभूति।

  1. संस्कृत साहित्य 20वीं शताब्दी (प्रो० राधा वल्लभ त्रिपाठी) राष्ट्रिय संस्कृत संस्थान नई दिल्ली (1999)
  2. अभिनवकाव्यशास्त्रम् - (डॉ० शंकरदेव अवतरे) साहित्य सहकार, 29/62 वी, गली नं० 11 विश्वास नगर दिल्ली - 110321।
  3. अलङ्कारसर्वस्वम् - (श्रीराजानक रुय्यक) चौखम्भा सुरभारती प्रकाश, के. 37/117 गोपाल मन्दिर लेन वाराणसी - 221001 ।
  4. आधुनिक संस्कृत काव्यशास्त्र (डॉ० आनन्द कुमार श्रीवास्तव) इस्टर्न बुक लिंगर्स 5825 न्यू चन्द्रावल जवाहर नगर दिल्ली- 1990 ।दिल्ली ।
  5. औचित्यविचारचर्चा (आचार्य क्षेमेन्द्र) रंजित प्रिंटर एवं पब्लिशर्स
  6. काव्यप्रकाश (आचार्य मम्मट) आचार्य विश्वेश्वर ज्ञान मण्डल लिमिटेए वाराणसी
  7. संस्कृत साहित्य का इतिहास (आचार्य बलदेव उपाध्याय) शारदा संस्थान वाराणसी ।
  8. वाल्मीकि रामायण मूल पाठ
  9. वाल्मीकि और तुलसी साहित्यिक मूल्यांकन -रामप्रकाशअग्रवाल
  10. रामायणकालीन संस्कृति-शान्तिकुमार नानूराम
  11. राम कथा -कामिल बुल्के
  12. उत्तररामचरितम्-कपिलदेव द्विवेदी

Publication Details

Published in : Volume 7 | Issue 3 | May-June 2024
Date of Publication : 2024-05-30
License:  This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 65-79
Manuscript Number : SHISRRJ2472129
Publisher : Shauryam Research Institute

ISSN : 2581-6306

Cite This Article :

आशीष कुमार चतुर्वेदी, "श्रीमद्वाल्मीकि रामायण एवं उत्तररामचरितम् में अलंकार सौन्दर्य की तुलनात्मक मीमांसा", Shodhshauryam, International Scientific Refereed Research Journal (SHISRRJ), ISSN : 2581-6306, Volume 7, Issue 3, pp.65-79, May-June.2024
URL : https://shisrrj.com/SHISRRJ2472129

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