Manuscript Number : SHISRRJ24733
स्वैच्छिक रक्तदान के स्तर मे बढ़ोतरी करने में शासन एवं सामाजिक संस्थाओ की भूमिका
Authors(2) :-जगन्नाथ तारक, डाॅ. आकृति देवांगन भारत में हर साल रक्त की कमी से 30 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो जाती है, जबकि इस कमी को मात्र एक फीसद आबादी रक्तदान कर पूरा कर सकती है। हैरानी की बात है कि विश्व की सबसे बड़ी आबादी वाला देश होने के बावजूद भारत रक्तदान में काफी पीछे है। यहां तक कि हमारे पड़ोसी देश भी इस महादान में हमसे बहुत आगे हैं। रक्त की कमी को खत्म करने के लिए दुनिया भर में 14 जून को विश्व रक्तदान दिवस (ॅवतसक ठसववक क्वदवत क्ंल) मनाया जाता है। रक्तदान से जुड़ी कुछ अहम जानकारियां, जो हमें इसके बारे में सोचने पर मजबूर करती है। लगभग 23 करोड़ 40 लाख (234 मिलियन) प्रमुख ऑपरेशन हर साल दुनिया भर में किए जाते हैं, जिसमें 6 करोड़ 30 लाख (63 मिलियन) लोग दर्दनाक चोटों के लिए सर्जरी करते हैं, 3 करोड़ 10 लाख (31 मिलियन) कैंसर के इलाज के लिए और 1 करोड़ (10 मिलियन) गर्भावस्था से संबंधित जटिलताओं के लिए (ॅभ्व् ध् प्थ्त्ब्त्ब्ै 2010)। डब्ल्यूएचओ (2011) के अनुसार, दुनिया भर में सालाना लगभग 92 मिलियन रक्त दान एकत्र किए जाते हैं, इनमें से आधे उच्च आय वाले देशों में हैं जहां दुनिया की केवल 15 प्रतिशत आबादी रहती है। इसके विपरीत, अफ्रीकी क्षेत्र दुनिया भर में दान का 4 प्रतिशत है, वैश्विक जनसंख्या का 12 प्रतिशत है। संयुक्त राज्य अमेरिका, चीन, भारत, जापान, जर्मनी, रूसी संघ, इटली, फ्रांस, कोरिया गणराज्य और यूनाइटेड किंगडम हैं, परिमाण के क्रम में, रक्त की सबसे बड़ी मात्रा वाले दस देश। डब्ल्यू एच ओ अफ्रीकी क्षेत्र में सबसे कम संग्रह के साथ 69 प्रतिशत देश हैं।
जगन्नाथ तारक रक्तदान, कैंसर, डब्ल्यूएचआ,े वैश्विक, जनसंख्या संग्रह 1971 में, रिचर्ड टिटमस (ब्रिटिश) ने द गिफ्ट रिलेशनशिप प्रकाशित किया Publication Details Published in : Volume 7 | Issue 3 | May-June 2024 Article Preview
शोधार्थी कलिंगा विश्वविद्यालय रायपुर (छ.ग.)
डाॅ. आकृति देवांगन
सहायक प्राध्यापक शोधार्थी कलिंगा विश्वविद्यालय रायपुर (छ.ग.)
Date of Publication : 2024-06-02
License: This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 09-18
Manuscript Number : SHISRRJ24733
Publisher : Shauryam Research Institute
URL : https://shisrrj.com/SHISRRJ24733