मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम

Authors(1) :-नागरमल

तत्कालीन आधुनिक परवेश में जनसामान्यो ंका जीवन समस्याओं से घिरा गया हैं। जनता को अपना जीवन जीतो समय कई समस्यांओ का सामना करना पडता है। ऐसे मे किसी आदर्श पुरष का उदाहरण सामने हो तो जीवन जीने मे सुलभता होती है।

Authors and Affiliations

नागरमल
व्याख्याता हिंदी, श्री वीर तेजा उच्च माध्यमिक विद्यालय सुनारी नागौर, राजस्थान

मर्यादा पुरुषोत्तम, अलौकिक, लौकिक, निर्गुण, सगुण

  1. रामचरितमानस और रामावतार चरित का तुलनात्मक अध्ययन शीला रैना अलीगढ उत्तर प्रदेश पृ.109
  2. रामचरितमानस बालकाण्ड दोहा 12(2) गोस्वामी तुलसीदास
  3. रामचरितमानस बालकाण्ड दोहा 198 गोस्वामी तुलसीदास
  4. रामचरितमानस बालकाण्ड दोहा 120 (घ) 3,4 गोस्वामी तुलसीदास
  5. भावार्थ रामायण बालकाण्ड अध्याय ओवी 43 पृ.17 संत एकनाथ
  6. रामचरित मानस मे चरित्र सृष्टि, डॉ. योगेश दुबे पृ.38

Publication Details

Published in : Volume 7 | Issue 3 | May-June 2024
Date of Publication : 2024-06-02
License:  This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 19-21
Manuscript Number : SHISRRJ24734
Publisher : Shauryam Research Institute

ISSN : 2581-6306

Cite This Article :

नागरमल , "मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम", Shodhshauryam, International Scientific Refereed Research Journal (SHISRRJ), ISSN : 2581-6306, Volume 7, Issue 3, pp.19-21, May-June.2024
URL : https://shisrrj.com/SHISRRJ24734

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