गुलशेर अहमद खाँ ‘शानी’ की कहानियों में जनजातीय जीवन

Authors(1) :-अनुपम कुमार

गुलशेर अहमद खाँ ‘शानी’ हिन्दी साहित्य में जनजातीय जीवन पर लेखनी चलाने वाले रचनाकार रहे हैं। इन्होंने उपन्यास, कहानी, कविता आदि विधाओं पर लेखनी चलाई है। इनका काला जल उपन्यास हिन्दी साहित्य की प्रमुख कृति है। गुलशेर अहमद खाँ ‘शानी’ का जीवन बस्तर क्षेत्र के जनजातीय समूह के सम्पर्क में व्यतीत हुआ। उन्होंने अपने चारों ओर के वातावरण में व्याप्त जनजातीय तत्वों को साक्षात अनुभूत किया। इस अनुभूति को उन्होंने अपनी लेखनी के माध्यम से जन समाज के समक्ष प्रस्तुत किया। जनजातीय समाज के सर्वांगीण विकास को दृष्टिगत रखते हुए ‘शानी’ ने इस समाज की प्रमुख समस्याओं को अपनी कहानियों के माध्यम से आइना दिखाया है। इनकी कहानियों में पात्र जीवन्त रूप में अभिनय करते हुए प्रतीत होते हैं। इन कहानियों में जनजातीय समाज के लोगों के चरित्र की प्रमुख विशेषताओं का हास्य और रूदन स्पष्ट दृष्टिगत होता है।

Authors and Affiliations

अनुपम कुमार
असि. प्रोफेसर, के. के. कालेज, इटावा, उत्तर प्रदेश।

जनजाति, कहानी, पात्र, आदिवासी, समाज, टैक्स, बाजार, युवती, युवक, भातलाँदा, घोटुल, असफल, कथावस्तु।

  1. शर्मा, जानकी प्रसाद, चील (शानी रचनावली भाग-1) शिल्पायन प्रकाशन, नई दिल्ली 2015 पृष्ठ 298
  2. शर्मा, जानकी प्रसाद, चील (शानी रचनावली भाग-1) शिल्पायन प्रकाशन, नई दिल्ली 2015 पृष्ठ 300
  3. शर्मा, जानकी प्रसाद, फाँस (शानी रचनावली भाग-1) शिल्पायन प्रकाशन, नई दिल्ली 2015 पृष्ठ 235
  4. शर्मा, जानकी प्रसाद, वर्षा की प्रतीक्षा (शानी रचनावली भाग-2) शिल्पायन प्रकाशन, नई दिल्ली 2015 पृष्ठ 308
  5. शर्मा, जानकी प्रसाद, वर्षा की प्रतीक्षा (शानी रचनावली भाग-2) शिल्पायन प्रकाशन, नई दिल्ली 2015 पृष्ठ 304
  6. शर्मा, जानकी प्रसाद, वर्षा की प्रतीक्षा (शानी रचनावली भाग-2) शिल्पायन प्रकाशन, नई दिल्ली 2015 पृष्ठ 311
  7. शर्मा, जानकी प्रसाद, वर्षा की प्रतीक्षा (शानी रचनावली भाग-2) शिल्पायन प्रकाशन, नई दिल्ली 2015 पृष्ठ 309
  8. शर्मा, जानकी प्रसाद, बोलने वाले जानवर (शानी रचनावली भाग-1) शिल्पायन प्रकाशन, नई दिल्ली 2015 पृष्ठ 202
  9. शर्मा, जानकी प्रसाद, बोलने वाले जानवर (शानी रचनावली भाग-1) शिल्पायन प्रकाशन, नई दिल्ली 2015 पृष्ठ 201
  10. शर्मा, जानकी प्रसाद, बोलने वाले जानवर (शानी रचनावली भाग-1) शिल्पायन प्रकाशन, नई दिल्ली 2015 पृष्ठ 205

Publication Details

Published in : Volume 8 | Issue 1 | January-February 2025
Date of Publication : 2025-02-10
License:  This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 85-90
Manuscript Number : SHISRRJ25821
Publisher : Shauryam Research Institute

ISSN : 2581-6306

Cite This Article :

अनुपम कुमार, "गुलशेर अहमद खाँ ‘शानी’ की कहानियों में जनजातीय जीवन ", Shodhshauryam, International Scientific Refereed Research Journal (SHISRRJ), ISSN : 2581-6306, Volume 8, Issue 1, pp.85-90, January-February.2025
URL : https://shisrrj.com/SHISRRJ25821

Article Preview