भारतीय परिवेश में थर्डजेंडरोंकी मनोदशा (पोस्ट बॉक्स नं. 203 नाला सोपारा के विशेष संदर्भ में)

Authors(2) :-डॉ. कुलभूषण शर्मा, पुष्पा यादव

चित्रा मुद्गल अपने उपन्यास पोस्ट बॉक्स नं. 203 नाला सोपारा में थर्डजेंडर पात्रों की मनोदशा को एकांगी, पीड़ित या सपाट रूप में प्रस्तुत नहीं करतीं, बल्कि उसे जटिल, बहुआयामी और गतिशील दिखाती हैं। यह मनोदशा अपमान, अकेलेपन, भय, स्वाभिमान, वात्सल्य की लालसा और स्वीकृति की आकांक्षा जैसे विभिन्न तीव्र भावों का मिश्रण है। वह पाठक को इन पात्रों के मन की गहराइयों में झाँकने का अवसर देती हैं, जिससे उनके प्रति गहरी मानवीय सहानुभूति और समझ विकसित होती है। यह चित्रण न केवल साहित्य को समृद्ध करता है, बल्कि सामाजिक चेतना को भी झकझोरता है।

Authors and Affiliations

डॉ. कुलभूषण शर्मा
सहायक आचार्य, हिंदी विभाग, पंजाब केन्द्रीय विश्वविद्यालय, बठिंडा
पुष्पा यादव
शोधार्थी, हिंदी विभाग, पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय, बठिंडा

थर्डजेंडर, भय, स्वाभिमान, वात्सल्य, सामाजिक चेतना, मानवीय सहानुभूति।

  1. मिलन, विश्नोई, किन्नर विमर्श: समाज और साहित्य, कानपुर विद्या प्रकाशन, 2018 पृष्ठ सं.  292
  2. मुद्गल, चित्रा, पोस्ट बॉक्स नं. 203 नाला सोपारा,नई दिल्ली, सामयिक प्रकाशन, पहला संस्करण 2016, पृष्ठ सं. 50
  3. वही,पृष्ठ सं. 24-25
  4. वही, पृष्ठ सं. 33
  5. वही, पृष्ठ सं. 42
  6. वही, पृष्ठ सं. 205
  7. वही,पृष्ठ सं . 86
  8. वही, पृष्ठ सं.9
  9. वही, पृष्ठ सं.49
  10. वही, पृष्ठ सं.195-196

Publication Details

Published in : Volume 8 | Issue 2 | March-April 2025
Date of Publication : 2025-04-12
License:  This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 167-171
Manuscript Number : SHISRRJ258229
Publisher : Shauryam Research Institute

ISSN : 2581-6306

Cite This Article :

डॉ. कुलभूषण शर्मा, पुष्पा यादव , "भारतीय परिवेश में थर्डजेंडरोंकी मनोदशा (पोस्ट बॉक्स नं. 203 नाला सोपारा के विशेष संदर्भ में) ", Shodhshauryam, International Scientific Refereed Research Journal (SHISRRJ), ISSN : 2581-6306, Volume 8, Issue 2, pp.167-171, March-April.2025
URL : https://shisrrj.com/SHISRRJ258229

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