Manuscript Number : SHISRRJ258320
आधुनिकीकरण एवं महिला वृद्धजन: एक समाजशास्त्रीय अध्ययन
Authors(2) :-डाॅ सारिका दीक्षित, श्री अरूणेन्द्र प्रताप सिंह ‘आधुनिकीकरण एवं महिला वृद्धजन: एक समाजशास्त्रीय अध्ययन’ विषयक यह शोध समाज में हो रहे तीव्र परिवर्तनों और उनके प्रभावों को महिला वृद्धजन के दृष्टिकोण से समझने का प्रयास करता है। आधुनिकता जहाँ एवं जोर तकनीकी प्रगति, शहरीकरण, शिक्षा और संचार के नये साधनों को जन्म देती है। वहीं दूसरी ओर यह पारंपरिक समाजिक संरचनाओं, मूल्यों और संबंधों को भी प्रमाणित करती है। इस प्रक्रिया में महिला वृद्धजन की स्थिति विशेष रूप से संवेदनशील बन जारी है, क्योंकि वे एक और पारंपरिक संस्कृति की संवाहक होती है और दूसरी ओर उन्हें बदलते समाजिक परिवेश में स्वयं को ढालने की चुनौती भी झेलनी पड़ती है। आधुनिकीकरण के प्रभाव स्वरूप संयुक्त परिवार प्रणाली का विघटन, पीढ़ियों के बढ़ती दूरी, आर्थिक निर्भरता और सामाजिक उपेक्षा की भावना महिला वृद्धजनों को प्रभावित करती है। तकनीकी साक्षरता की कमी के कारण वे डिजिटल दुनिया से करती जा रही है, जिससे उनकी सामाजिक सहभागिता में कमी आई है वही दूसरी और शिक्षा, जागरूकता और कुछ हद तक सरकारी योजनाओं के प्रभाव से कुछ महिला वृद्धजन आत्मनिर्भर बनने की दिशा में भी प्रयासरत है।
इस समाजशास्त्रीय अध्ययन में मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर जिले की 300 महिला वृद्धजनों के अनुभवों, भावनाओं और सामाजिक स्थिति का विश्लेषण किया गया है आंकड़ों से स्पष्ट होता है कि अधिकांश वृद्ध महिलाएं अकेलेपन, उपेक्षा और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से जूझ रही है हालांकि कुछ महिलाएं सामाजिक संगठनों, स्वयंसेवी संस्थाओं और डिजिटल साक्षरता कार्यक्रमों से जुड़कर अपनी भूमिका को फिर से परिभाषित कर रही है। अतः यह कहा जा सकता है कि आधुनिकीकरण महिला वृद्धजनों के लिए अवसर और चुनौतियाँ दोनों लेकर आया है जहाँ एक ओर यह सामाजिक विघटन और भावनात्मक दूरी का कारण बना है, वही दूसरी ओर इसने आत्मनिर्भरता, जागरूकता और सशक्तिकरण के नए द्वार भी खोले है। आवश्यकता इस बात की है कि समाज, सरकार और परिवार मिलकर महिला वृद्धजनों के लिए ऐसा परिवेश निर्मित करे जिसमें वे सम्मानपूर्वक सुरक्षित और सक्रिय जीवन व्यतीत कर सकें।
डाॅ सारिका दीक्षित आधुनिकीकरण तकनीकी साक्षरता, पारंपरिक संस्कृति, सामाजिक विघटन, सशक्तिकरण, आत्मनिर्भरता। Publication Details Published in : Volume 8 | Issue 3 | May-June 2025 Article Preview
प्रोफेसर, डीन, रजिस्ट्रार, महात्मा गाॅंधी विश्वविद्यालय मेघालय
श्री अरूणेन्द्र प्रताप सिंह
शोधार्थी, महात्मा गाॅंधी विश्वविद्यालय मेघालय
Date of Publication : 2025-05-20
License: This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 112-124
Manuscript Number : SHISRRJ258320
Publisher : Shauryam Research Institute
URL : https://shisrrj.com/SHISRRJ258320