Manuscript Number : SHISRRJ25843
गुरुकुल-शिक्षाप्रणाली का वैशिष्ट्य : समस्या और समाधान
Authors(1) :-डॉ. विनोद कुमार गुरुकुल शिक्षा प्रणाली के ह्रास में सरकार की नीतियों से लेकर समाज की उदासीनता तक अनेक कारण उत्तरदायी हैं। उपर्युक्त कारणों का निदान किए बिना गुरुकुल शिक्षा प्रणाली व संस्कृत शिक्षा का उद्धार संभव नहीं है। वर्तमान सरकार इस विषय में कुछ जागरूक दिखाई देती है। नई शिक्षा नीति में भारतीय ज्ञान परंपरा से सभी विषयों को जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। आईआई टी जैसे संस्थानों में भी संस्कृत का अध्यापन हो रहा है। संस्कृत विद्यालय महाविद्यालय में संस्कृत माध्यम से सभी विषयों को पढ़ाने की योजना पर विचार चल रहा है। माननीय प्रधानमन्त्री श्री नरेन्द्र मोदी विश्व के मंचों पर भारतीय ज्ञान को योगदिवस आदि अनेक उपक्रमों के माध्यम से नई पहचान दिलाने में सफल रहे हैं। आशा है भविष्य में और अधिक सुधार होंगे। संस्कृत एवं आधुनिक विषयों के ज्ञान-विज्ञान समावेशी अध्ययन एवं अनुसंधान से नए तथ्य उभर कर सामने आएंगे तथा गुरुकुल शिक्षा प्रणाली की मनुष्य के सर्वांगीण चारित्रिक विकास में उपयोगिता सिद्ध हो सकेगी।
डॉ. विनोद कुमार गुरुकुल शिक्षा, उदासीनता, प्रतिभा, भारतीय ज्ञान परंपरा। Publication Details Published in : Volume 8 | Issue 1 | January-February 2025 Article Preview
सह-आचार्य, संस्कृत-पालि-प्राकृत एवं प्राच्यभाषा विभाग,
इलाहाबाद विश्वविद्यालय, प्रयागराज, उत्तर प्रदेश।
Date of Publication : 2025-02-20
License: This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 244-249
Manuscript Number : SHISRRJ25843
Publisher : Shauryam Research Institute
URL : https://shisrrj.com/SHISRRJ25843