कालिदास के काव्यों में नदी: एक विमर्श

Authors(1) :-डाॅ. अजय प्रसाद राय

महाकाव्यों की महनीय श्रंृखला में रघुवंश महाकाव्य की निराली प्रतिष्ठा है। विष्णु के अवतार राम की कथा को आधार बनाकर लिखे गये इस वंश महाकाव्य में प्रकृति के चित्रण के साथ-साथ नदियों को भी संसार की जीवन रेखा के रूप में कवि ने अत्यन्त मेधा के साथ चित्रित किया है। महाकवि कालिदास की सर्वाधिक प्रिय नदी त्रिलोक-गामिनी गंगा नदी है। जिसका सर्वप्रथम वर्णन उन्होंने अपने महाकाव्य रघुवंश के प्रथम सर्ग से प्रारम्भ किया है। परम्परानुसार उन्होंने आकाश गंगा के प्रवाह का सुन्दर वर्णन किया है, जिसका सम्बन्ध राजा दिलीप को दिये गये शाप से है, जो उन्हें देवताओं की गाय कामधेनु ने रूष्ट होकर दिया था

Authors and Affiliations

डाॅ. अजय प्रसाद राय
सहायकशिक्षक,रा.कृतसीता$2उच्चविद्यालयहरिहारगंज,पलामू,झारखण्ड

  1. रघुवंश-1/78
  2. रघुवंश-2/26
  3. अथ नयन समुत्थं ज्योतिरत्रेरिवधौः सुरसारिदिवतेजोा वह्निनिष्ठ्यूतमैशम लोकपालानु भावैः 2/75
  4. शशिनमुपगतेंय कौमुदी मेघमुक्तं श्रवणकटुनृपाणामेक वाक्यं विवधुः 6/85
  5. तस्याः स रक्षार्थ मनल्पयोध मादिश्य तां भगीरथीं शोण इवोन्तरड़गः 7/36
  6. बभौ सदशनज्योत्स्ना सा गेवोध्र्वप्रवर्तिनी
  7. अत्राभिषेकाय तपोधनानां सत्पर्षिहस्तोद 10/37
  8. त्रिस्रोतसंन्न्यम्बक मौलि मालाम्। 13/51
  9. सा दष्टनीवार बलीनि हिंस्रैः सम्बद्ध वैखान सकन्यकाानि इयेष भूयः कुशवन्ति गन्तुं भागीरथी तीरतपानानि। रथात्स यन्त्रा निगृहीत वाहान्तां भातृ जायां पुलिनेडवतार्य गड्गां निषादाहृतनौविशेषस्तवार सन्धामिव संत्य सन्धः।। रघुवंश (14/28-52)
  10. स पूर्व जानां कपिलेन रोषाद् भस्मा वशेषी कृतविग्रहाणाम सुसलय प्राप्ति निमिन्त मम्भ स्त्रै स्रोत सं नौलुलितं ववन्दे। रघुवंश 16/34
  11. रधुवंश -4/31
  12. रधुवंश-4/32
  13. रघुवंश-4/2
  14. रघुवंश-4/32
  15. सुभाषित, नीतिशकतक-भर्वहरिकृत
  16. वागर्थाविव सम्पृक्तौ वागर्थ प्रतिपत्त्ये। जगतः पितरौ वन्दे पार्वती परमेश्वरौ-रघुवंश महाकाव्य 1/1
  17. क्व सूर्य प्रभवोवंशः क्व चाल्पविषयामति। तितीर्षुर्दुस्तर महोडुपेनास्मि सागरम।। रधंु0 1/2
  18. रघूणामन्वयं वक्ष्येतनु वाग्वि भवोऽपिसन्।
  19. तद गुणैः कर्णमागत्य चापलाय प्रचोदितः।। रधु0 1/9
  20. रघु0-1/26
  21. रघु0-1/56

Publication Details

Published in : Volume 1 | Issue 3 | September-October 2018
Date of Publication : 2018-09-30
License:  This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 01-06
Manuscript Number : SISRRJ181301
Publisher : Shauryam Research Institute

ISSN : 2581-6306

Cite This Article :

डाॅ. अजय प्रसाद राय, "कालिदास के काव्यों में नदी: एक विमर्श", Shodhshauryam, International Scientific Refereed Research Journal (SHISRRJ), ISSN : 2581-6306, Volume 1, Issue 3, pp.01-06, September-October.2018
URL : https://shisrrj.com/SISRRJ181301

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