जयपुर रियासत का सामाजिक एवं सांस्कृृतिक अध्ययन (1600 ई.-1900 ई.) (अभिलेखीय साक्ष्यों के आधार पर)

Authors(1) :-मुकेश कुमार शर्मा

राजस्थान के पूर्वोत्तर में अरावली पर्वत श्रंखला के मध्य स्थित प्राचीन जयपुर रियासत अपने गौरवशाली इतिहास और समृृद्धशाली सांस्कृृतिक विरासत के लिये प्रसिद्ध रहा है। इस प्राचीन भू-भाग ने अनेक संस्कृृतियों के उत्थान से साक्षात्कार किया है। यहाँ का इतिहास, कला वैभव, साहित्य, दर्शन दीर्घकालीन सामाजिक व सांस्कृृतिक जनजीवन की वे धरोहर है, जो तत्कालीन मानवीय जीवन के सभी रंग रूपो से वर्तमान का परिचय कराती है। जयपुर रियासत में 16 वी से 19 वी शताब्दी तक अभिलेखीय निर्माण की एक दीर्घकालीन सुव्यवस्थित परम्परा रही है। यहाँ के शासकों, सामंतो एवं समृद्ध व्यक्तियों के द्वारा अपनी रूचि एवं उपलब्ध साधनों के आधार पर ये अभिलेख शिलालेखों, स्मारकों और ताम्रपत्रों पर उत्कीर्ण करवाये गये। जिससे हमें तत्कालीन राजनैतिक, सामाजिक, धार्मिक, आर्थिक स्थिति की जानकारी प्राप्त होती है। अभिलेखों के रूप में उत्कीर्ण अतीत की यह समृद्ध विरासत न केवल रियासतकालीन जयपुर के सामाजिक सांस्कृृतिक व्यवस्था का ही ज्ञान कराते है, बल्कि जयपुर के इतिहास निर्माण पर भी एक महत्वपूर्ण प्रकाश डालते है।

Authors and Affiliations

मुकेश कुमार शर्मा
शोधार्थी ज.ना.व्यास विवि. जोधपुर

शिलालेख, अभिलेख, स्मारक, बावड़ी, सामाजिक, सती प्रथा, सांस्कृृतिक, जयपुर रियासत।

  1. पनगड़िया, बी.एल., पोलिटिकल-सोशियल इकोनोमिक एण्ड कल्चरल हिस्ट्री आॅफ राजस्थान, पंचशील प्रकाशन, जयपुर 1993. पृ.25
  2. चैमूं (जयपुर) स्थित सीताराम जी के मंदिर का शिलालेख संवत् 1803 (1746ई.) ।
  3. मोरीजा स्थित सीताराम जी के मंदिर का शिलालेख संवत् (1830-35)।
  4. सांभरिया (काणौता, जयपुर) स्थित सीताराम जी के मंदिर का शिलालेख संवत् 1792 (1735ई.) ।
  5. गीजगढ़ (सिकन्दरा) के छतरी वाले शिवमंदिर का शिलालेख संवत् 1952 (1895ई.)।
  6. झर (बांसखो) स्थित बावड़ी का शिलालेख संवत् 1769 (1712ई.)
  7. दौसा के नरसिंह मंदिर का शिलालेख संवत् 1876 (1819 ई.)।
  8. पुराना घाट (घाट की गुणी) जयपुर स्थित महादेव कुण्ड का शिलालेख संवत् 1886 (1829ई.) ।
  9. जमुवारामगढ़ स्थित प्राचीन गणेश मंदिर का शिलालेख संवत् 1819 (1762 ई. )।
  10. तूंगा स्थित सूरजमल शेखावत का स्मारक शिलालेख संवत् 1886 (1829 ई.)।
  11. शहर (करौली) के तालाब स्थित शिव मंदिर का शिलालेख सवंत् 1824 (1767ई.) ।
  12. बोराज (जयपुर) स्थित जवान सिंह का स्मारक शिलालेख सवंत् 1843 (1786 ई.)।
  13. जोबनेर स्थित रूपकुंवरि की बावड़ी का शिलालेख संवत् 1704 (1647ई.) ।
  14. अचरोल स्थित ठाकुर शिव सिंह की छतरी का शिलालेख संवत् 1819 (1762ई.)।
  15. नींदड (हरमाड़ा ) के जुझार सिंह का स्मारक -शिलालेख संवत्1782 (1725ई.) ।
  16. झुन्झुनू स्थित शेखावतांे के सती-स्मारक संवत् 1828 (1771 ई.) ।
  17. वाटिका सांगानेर स्थित कुॅवर कल्याण सिंह का स्मारक -शिलालेख संवत्1920 (1863ई.) ।
  18. दूदू (जयपुर) स्थित खंगारोत शासकों के सती शिलालेख संवत् 1870 (1813ई.)।
  19. दौसा स्थित रघुनाथ मंदिर का शिलालेख संवत् 1864 (1807ई.) ।
  20. बांसखो (जयपुर) स्थित बिहारी मंदिर का शिलालेख संवत् 1937 (1880ई.) ।
  21. ा ( बांसखांे) स्थित तालाब का शिलालेख ।
  22. मोरीजा स्थित ठाकुर फतेहसिंह का छतरी -स्मारक संवत् 1885 (1828ई.)
  23. कटराथल(सीकर) का शिलालेख संवत् 1824 (1767ई.) ।
  24. पाटोदा (सीकर) स्थित जुझार शिलालेख संवत् 1885 (1828ई.) ।
  25. मनोहर, राघवेन्द्रसिंह, जयपुर क्षेत्र के ऐतिहासिक स्मारक एवं शिलालेख, तारा प्रकाशन, चैड़ा रास्ता जयपुर 1994, पृ. 63।
  26. अचरोल स्थित बावड़ी का शिलालेख संवत् 1920 (1863ई.) ।
  27. खण्ड़ेला स्थित सीकर स्थित माजी की बावड़ी का शिलालेख संवत् 1749 (1692ई.) ।
  28. मिश्र, रतन लाल , स्मारकों का इतिहास एवं स्थापत्यकला, ईना श्री पब्लिशर्स जयपुर 1998 पृ. 87।
  29.  

Publication Details

Published in : Volume 1 | Issue 1 | January-February 2018
Date of Publication : 2018-02-28
License:  This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 150-154
Manuscript Number : SISRRJ1818912
Publisher : Shauryam Research Institute

ISSN : 2581-6306

Cite This Article :

मुकेश कुमार शर्मा, "जयपुर रियासत का सामाजिक एवं सांस्कृृतिक अध्ययन (1600 ई.-1900 ई.) (अभिलेखीय साक्ष्यों के आधार पर) ", Shodhshauryam, International Scientific Refereed Research Journal (SHISRRJ), ISSN : 2581-6306, Volume 1, Issue 1, pp.150-154, January-February.2018
URL : https://shisrrj.com/SISRRJ1818912

Article Preview