Manuscript Number : SISRRJ1818926
इक्कीसवीं सदी की महिला कथाकारों की कहानियों में मूल्य बोध का आधुनिक स्वरूप
Authors(1) :-पूनम साहित्य का संबंध समाज से और समाज का संबंध व्यक्ति से है। बिना व्यक्ति के समाज पूर्ण नहीं हो सकता अतः साहित्य और समाज के केंद्र में व्यक्ति ही होता है। साहित्य की तमाम विधाएं होती हैं जिसके केंद्र में व्यक्ति ही होता है और उसी के जीवन के बहुआयामी पक्षों को चित्रित किया जाता है। व्यक्ति के सभी पक्ष किसी न किसी तरह के मूल्यों द्वारा ही निर्देशित होते हैं। राधाकृष्ण ने कहा है मनुष्य को केवल भौतिक साधनों द्वारा संतुष्ट नहीं किया जा सकता, आत्मा की संतुष्टि की किसी मनुष्य का प्रथम उद्देश्य होता है।
पूनम मूल्य, मूल्य बोध, नैतिक मूल्य, मानवीय मूल्य, पतन, सवर्ण, दलित आदि। Publication Details Published in : Volume 5 | Issue 4 | July-August 2022 Article Preview
शोधार्थी, डाॅ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय, आगरा, भारत।
Date of Publication : 2022-07-30
License: This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 92-97
Manuscript Number : SISRRJ1818926
Publisher : Shauryam Research Institute
URL : https://shisrrj.com/SISRRJ1818926