Manuscript Number : SISRRJ1818928
डॉ. अम्बेडकर का संस्कृत-प्रेम : संस्कृत में लिखित अम्बेडकर-साहित्य के विशेष सन्दर्भ में
Authors(1) :-डॉ. दिलीप कुमार डॉ. अम्बेडकर शिक्षा को एक ऐसी कुंजी मानते थे जिससे ज्ञान का ताला खुल सकता है। उनके अनुसार सामाजिक परिवर्तन का माध्यम शिक्षा है। इस लेख में वर्णित संस्कृत में लिखित अम्बेडकर साहित्य में, उनके संस्कृत भाषा को पढ़ने की तीव्र इच्छा एवं संस्कृत के प्रति प्रेम को सम्यक् दृष्टि से दर्शाया है।
डॉ. दिलीप कुमार डॉ. अम्बेडकर, शिक्षा, संस्कृत, भाषा, सामाजिक, राजनैतिक, चिन्तक। Publication Details Published in : Volume 5 | Issue 4 | July-August 2022 Article Preview
पोस्ट-डॉक्टोरल फेलो, डॉ.अम्बेडकर अंतर्राष्ट्रीय केंद्र, नई दिल्ली, भारत।
Date of Publication : 2022-07-30
License: This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 103-114
Manuscript Number : SISRRJ1818928
Publisher : Shauryam Research Institute
URL : https://shisrrj.com/SISRRJ1818928