साहित्य एवं मनोविज्ञान का अंतर्संबंध

Authors(1) :-पुष्पा यादव

साहित्य एवं मनोविज्ञान का संबंध बहुत गहरा है। ये एक दूसरे के साध्य एवं साधन बन गये हैं। साहित्य का अस्तित्व मनोविज्ञान के बिना संभव नहीं हो सकता, किन्तु मनोविज्ञान का अस्तित्व साहित्य के बिना भी हो सकता है। हिन्दी साहित्य में मनोविज्ञान दो रूपों में हमारे सामने उभरकर आता है। पहला, वे रचनाएं जिसमें प्रत्यक्ष रूप से मनोवैज्ञानिकता के तत्त्व दिखायी देते हैं। दूसरा स्वरूप उन रचनाओं का है, जिसमें मनोवैज्ञानिक तत्त्व अप्रत्यक्ष रूप से समाहित है।

Authors and Affiliations

पुष्पा यादव
शोध छात्रा, पंजाब केन्द्रीय विश्वविद्यालय, बठिंडा,पंजाब।

साहित्य, मनोविज्ञान, समाज, मार्मिक, अभिव्यक्ति, कलात्मक, मानवीय, सार्थकता।

  1. शिक्षा मनोविज्ञान, के. पी. पाण्डेय, विश्वविद्यालय प्रकाशन, पृष्ठ. संख्या 6, वर्ष 2009
  2. शिक्षा मनोविज्ञान, के. पी. पाण्डेय, विश्वविद्यालय प्रकाशन, पृष्ठ. संख्या 28, वर्ष 2009
  3. शिक्षा मनोविज्ञान, के. पी. पाण्डेय, विश्वविद्यालय प्रकाशन, पृष्ठ. संख्या 6, वर्ष 2009
  4. उच्चतर सामान्य मनोविज्ञान, अरुण कुमार सिंह(मोतीलाल बनारसीदास), नयी दिल्ली, पृष्ठ. संख्या 17, वर्ष 2002
  5. शिक्षा मनोविज्ञान, एस. के. मंगल, पी. एच. आर्ट. लर्निंग प्रा. लि. नयी दिल्ली, पृष्ठ.संख्या 6, वर्ष 1990
  6. शिक्षा मनोविज्ञान, एस. के. मंगल, पी. एच. आर्ट. लर्निंग प्रा. लि. नयी दिल्ली, पृष्ठ. संख्या 6, वर्ष 1990
  7. कलेक्टेड पेपर्स, फ्रायड, पांचवां भाग, पृ.सं.107, उद्धृत – आधुनिक मनोविज्ञान और हिन्दी साहित्य, पृ.सं. 64
  8. Freud: His Dream and Sex thoereis , Jastrow J., P. No. 50, Year 1950, उद्धृत- हिन्दी के मनोवैज्ञानिक उपन्यास, डॉ. मफतलाल पटेल, पृ.सं. 27
  9. हिन्दी साहित्य कोश (भाग -1), सं. धीरेन्द्र वर्मा , पृ.सं. 475
  10. साहित्य शास्त्र, डॉ. रामकुमार वर्मा, पृ.सं. 10
  11. अज्ञेय एक मनोवैज्ञानिक अध्ययन, डॉ. ज्वालाप्रसाद खेतान, पृ.सं. 91

Publication Details

Published in : Volume 5 | Issue 1 | January-February 2022
Date of Publication : 2022-01-30
License:  This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 164-169
Manuscript Number : SHISRRJ12033133
Publisher : Shauryam Research Institute

ISSN : 2581-6306

Cite This Article :

पुष्पा यादव, "साहित्य एवं मनोविज्ञान का अंतर्संबंध ", Shodhshauryam, International Scientific Refereed Research Journal (SHISRRJ), ISSN : 2581-6306, Volume 5, Issue 1, pp.164-169, January-February.2022
URL : https://shisrrj.com/SHISRRJ12033133

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