अभिज्ञान-शाकुन्तलम् नाटक में वर्णित राजधर्म - एक चिन्तन

Authors(1) :-डॉ. जितेन्द्र कुमार

'कालिदासस्य सर्वस्वम् अभिज्ञानशाकुन्तलम्।'1 इस सूक्ति के महाकवि कालिदास ने अभिज्ञानशाकुन्तल में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से विभिन्न आचार- विचारों का वर्णन किया है। साथ ही उन आचरणों के अनुप्रयोग का क्षेत्र भी दर्शाया है। इस शोध पत्र में महाकवि द्वारा प्रस्तुत नीतियों के अनुप्रयोग के ज्ञान के साथ-साथ, उदाहरणों के माध्यम से हम उनके अनुसरण के परिणामों को भी जानेंगे। इससे हम अपने जीवन की समस्याओं पर भी विचार कर सकेंगे और निर्णय ले सकेंगे। जिससे हम विभिन्न स्थितियों से नई रणनीतियाँ अपनाने में सहायता मिलेगी।

Authors and Affiliations

डॉ. जितेन्द्र कुमार
एसोसिएट प्रोफेसर (संस्कृत), राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, पंचकूला, हरियाणा

कालिदास, अभिज्ञानषाकुन्तलम्, राजधर्म, स्वेच्छाचारी।

संदर्भ सूची -

  1. अभिज्ञानं शकुन्तलायाः येन सः, अभिज्ञानशाकुन्तलम्, इति व्युत्पत्ति।
  2. अभिज्ञानशाकुन्तलम्, प्रथम अंक
  3. अभिज्ञानशाकुन्तलम्, द्वितीय अंक
  4. अभिज्ञानशाकुन्तलम्, 4.4
  5. अभिज्ञानशाकुन्तलम्, 2.15
  6. अभिज्ञानशाकुन्तलम्, 5.5
  7. अभिज्ञानशाकुन्तलम्, छठा अंक
  8. अभिज्ञानशाकुन्तलम्, 14
  9. अभिज्ञानशाकुन्तलम्, प्रथम अंक, पृष्ठ 25
  10. अभिज्ञानशाकुन्तलम्, पृष्ठ 66
  11. अभिज्ञानशाकुन्तलम्, पृष्ठ 67
  12. अभिज्ञानशाकुन्तलम्, द्वितीय अंक, पृष्ठ 84
  13. अभिज्ञानशाकुन्तलम्, पृष्ठ 104
  14. अभिज्ञानशाकुन्तलम्, 5.7
  15. अभिज्ञानशाकुन्तलम्, 1.27
  16. 16 अभिज्ञानशाकुन्तलम, 5.10
  17. अभिज्ञानशाकुन्तलम्,, प्रथम अंक
  18. अभिज्ञानशाकुन्तलम्, छठा अंक पृष्ठ- 282
  19. अभिज्ञानशाकुन्तलम्, पांचवा अंक, पृष्ठ- 220
  20. अभिज्ञानशाकुन्तलम्, 5.3
  21. अभिज्ञानशाकुन्तलम्, 1.10
  22. अभिज्ञानशाकुन्तलम्, 1.11

संदर्भ ग्रंथ

  1. अभिज्ञानशाकुन्तलम्, (सम्पा.) सुबोधचन्द्र पन्त, मोतीलाल बनारसी दास, नई दिल्ली (2011)
  2. अभिज्ञानशाकुन्तलम्, (सम्पा.) गङ्गासागर राय, चैखम्भा संस्कृत संस्थान, वाराणसी (वि. सं. 2075)
  3. कालिदास-ग्रन्थावली, (सम्पा.) ब्रह्मानन्द त्रिपाठी, चैखम्बा सुरभारती प्रकाशन, वाराणसी (2019)
  4. अभिज्ञानशाकुन्तलम् (सम्पा.) कपिलदेव द्विवेदी, साहित्य संस्थान प्रकाशन, वाराणसी (1976)
  5. महाकवि कालिदास, (सम्पा.) रमाशंकर तिवारी, चैखम्बा विद्याभवन, वाराणसी (1993)
  6. कालिदास का चिन्तन एवं अनुभूतियाँ, (सम्पा.) अच्युतानन्द, भारतीय प्राच्यविद्या शोध संस्थान, वाराणसी

Publication Details

Published in : Volume 5 | Issue 4 | July-August 2022
Date of Publication : 2022-07-30
License:  This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 131-136
Manuscript Number : SHISRRJ1818932
Publisher : Shauryam Research Institute

ISSN : 2581-6306

Cite This Article :

डॉ. जितेन्द्र कुमार, "अभिज्ञान-शाकुन्तलम् नाटक में वर्णित राजधर्म - एक चिन्तन", Shodhshauryam, International Scientific Refereed Research Journal (SHISRRJ), ISSN : 2581-6306, Volume 5, Issue 4, pp.131-136, July-August.2022
URL : https://shisrrj.com/SHISRRJ1818932

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