भारतीय संस्कृति का वैशिष्ट्य महाकवि कालिदास के महाकाव्य में

Authors(1) :-डाॅ0 अनिता सेनगुप्ता

हिंसामय वातावरण को पुनः सुख-शान्ति की ओर परिणत करने के लिए भारतीय संस्कृति में वर्णित संस्कारों का, जिनका प्रयोग महाकवि कालिदास ने रघुवंश में किया, इसका अनुपालन कर हम अग्रिम पीढ़ी को संस्कारित कर सकते हैं।

Authors and Affiliations

डाॅ0 अनिता सेनगुप्ता
एसोसिएट प्रोफेसर, संस्कृत विभाग, ईश्वर शरण पी0जी0 काॅलेज, प्रयागराज, उत्तर प्रदेश, भारत

भारतीय, संस्कृति, महाकवि कालिदास, महाकाव्य, संस्कार।

  1. याज्ञवल्क्य स्मृति-10
  2. व्यास स्मृति-1/13-15
  3. मनुस्मृति-2/27
  4. सुश्रुत - शरीरस्थान-2/46
  5. रघुवंश-2/75
  6. रघुवंश-3/10
  7. गर्भाद् भवेच्च पुंसूते पुंस्त्वरूपप्रतिपादनम् (स्मृतिसंग्रह)
  8. रघुवंशम्-1/69
  9. रघुवंशम्-1/72
  10. मनुस्मृति-2/29
  11. रघुवंश-3/18
  12. मनु-2/30
  13. मनु-2/31
  14. रघु-3/21
  15. रघु-3/29
  16. स्मृति संग्रह
  17. रघु-3/30
  18. रघु-3/33
  19. रघु-12/56

Publication Details

Published in : Volume 2 | Issue 5 | September-October 2019
Date of Publication : 2019-09-30
License:  This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 65-69
Manuscript Number : SHISRRJ192513
Publisher : Shauryam Research Institute

ISSN : 2581-6306

Cite This Article :

डाॅ0 अनिता सेनगुप्ता, "भारतीय संस्कृति का वैशिष्ट्य महाकवि कालिदास के महाकाव्य में", Shodhshauryam, International Scientific Refereed Research Journal (SHISRRJ), ISSN : 2581-6306, Volume 2, Issue 5, pp.65-69, September-October.2019
URL : https://shisrrj.com/SHISRRJ192513

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